उपद्रव को लेकर किसान नेताओं ने मांगी माफी, कहा- शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है

कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्‍टर परेड के दौरान कई जगहों पर किसानों के उग्र होने की संयुक्‍त किसान मोर्चे ने निंदा की है। संयुक्‍त किसान मोर्चे की तरफ से अपने बयान में कहा गया कि आज के किसान गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व भागीदारी के लिए हम किसानों को धन्यवाद देते हैं, लेकिन हम उन अवांछनीय और अस्वीकार्य घटनाओं की भी निंदा और खेद करते हैं, जो आज घटित हुई हैं और ऐसे कृत्यों में लिप्त होने वाले लोगों से खुद को अलग करते हैं।

40 किसान संगठनों के इस मोर्चे ने कहा कि हमारे सभी प्रयासों के बावजूद, कुछ संगठनों और व्यक्तियों ने मार्ग का उल्लंघन किया और निंदनीय कृत्यों में लिप्त रहे। असामाजिक तत्वों ने अन्यथा शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की थी। हमने हमेशा माना है कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है और किसी भी उल्लंघन से आंदोलन को नुकसान पहुंचेगा।

किसान नेताओं की तरफ से कहा गया कि अब 6 महीने से अधिक समय तक लंबा संघर्ष और दिल्ली की सीमाओं पर 60 दिनों से अधिक का विरोध भी इस स्थिति का कारण बना। हम अपने आप को ऐसे सभी तत्वों से अलग कर लेते हैं, जिन्होंने हमारे अनुशासन का उल्लंघन किया है। हम परेड के मार्ग और मानदंडों पर चलने के लिए सभी से दृढ़ता से अपील करते हैं और किसी भी हिंसक कार्रवाई या राष्ट्रीय प्रतीकों और गरिमा को प्रभावित करने वाली किसी भी चीज़ में लिप्त नहीं होते हैं। हम सभी से अपील करते हैं कि वे ऐसे किसी भी कृत्य से दूर रहें।

मोर्चे की तरफ से आगे कहा कि गया कि वह आज की बनाई गई योजना में किसान परेडों के संबंध में सभी घटनाओं की पूरी तस्वीर लेने की कोशिश कर रहे हैं और जल्द ही एक पूर्ण विवरण साझा करेंगे। हमारी जानकारी यह है कि कुछ अफसोसजनक उल्लंघनों के अलावा, योजना के अनुसार परेड शांति से चल रही है।

आपको बता दे, गणतंत्र दिवस पर किसानों के उग्र आंदोलन और दिल्ली में स्थिति को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक की। दिल्ली में सुबह से लेकर अब तक के हालात को लेकर गृह मंत्रालय में बैठकों का दौर जारी है। इस बैठक में गृह सचिव, दिल्‍ली पुलिस के अधिकारी और अन्य अधिकारी शामिल हुए। आज की हिंसा से जुड़ी हर पहलू की समीक्षा की जा रही है। अब तक 3 अहम बैठकें हो चुकी हैं। गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस द्वारा बनाई गई विशेष टीम दिल्ली-एनसीआर के अधिकारियों से जानकारी ले रही है।