कर्ज माफी को लेकर आज दिल्ली पहुंचेंगे भारतीय किसान यूनियन के हज़ारों कार्यकर्ता, पुलिस ने कई जगह लगाई धारा 144

राष्ट्रीय राजधानी की ओर बढ़ रहे किसानों और केंद्र सरकार के बीच सोमवार को बातचीत रात 2:30 बजे तक बेनतीजा रही। दिल्ली-मेरठ रोड जाम है और भारतीय किसान यूनियन के हज़ारों कार्यकर्ता दिल्ली में घुसने पर अड़े हैं। ऐसे में कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी होने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने सोमवार को पूर्वी दिल्ली में एक हफ्ते के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी। ये किसान पूरा कर्ज माफ करने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने, बिजली की बढ़ी दरें वापस लेने और 10 साल पुराने डीजल के वाहनों पर पाबंदी जैसे फरमान वापस लेने की मांगों के समर्थन में निकाली जा रही है। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) पंकज सिंह ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत आदेश जारी किया जो आठ अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा। इस आदेश के तहत प्रीत विहार, जगतपुरी, शकरपुर, मधु विहार, गाजीपुर, मयूर विहार, मंडावली, पांडव नगर, कल्याणपुरी और न्यू अशोक नगर पुलिस थानाक्षेत्र आते हैं। उत्तर पूर्व दिल्ली में निषेधाज्ञा पुलिस उपायुक्त (उत्तर पूर्व) अतुल कुमार ठाकुर की तरफ से जारी की गई और यह चार अक्टूबर तक प्रभावी रहेगी।

करीब 50 हजार किसान गाजियाबाद के हिंडन घाट पर डेरा डाले हुए हैं। भारतीय किसान यूनियन के प्रतिनिधि की सोमवार देर शाम केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात होनी थी, लेकिन नहीं हुई। इसके बाद गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर केंद्र के प्रतिनिधि के तौर पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कराई गई, लेकिन एक घंटे तक चली बातचीत बेनतीजा रही।। देर रात 12.30 बजे प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के आवास पर पहुंचा, रात 2 बजे तक वहां भी कोई सहमति नहीं बनी।

एक जगह पर पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा व यूपी से दिल्ली आने वाले बॉर्डरों को सील कर दिया गया है। पदयात्रा में आने वाले किसानों पर नजर रखने के लिए बॉर्डरों पर भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी नजर रखे हुए हैं। दिल्ली पुलिस ने किसान क्रांति पदयात्रा को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी है। इसके अलावा एम्प्लीफायर, लाउडस्पीकर और ऐसे दूसरे उपकरणों का इस्तेमाल भी प्रतिबंधित रहता है।

भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ हरिद्वार से नई दिल्ली के किसान घाट तक किसान क्रांति यात्रा पर हैं। यह मार्च पतंजलि (उत्तराखंड) से मुजफ्फरनगर, दौराला, परतापुर, मोदीनगर/मुरादनगर, हिंडन घाट होते हुए किसान घाट (दिल्ली) तक आयोजित किया जा रहा है। 23 सितंबर को शुरू हुआ यह मार्च दो अक्टूबर को संपन्न होगा।

किसान पदयात्रा से चरमराई शहर की यातायात व्यवस्था

हरिद्वार से दिल्ली के लिए निकली किसान क्रांति पदयात्रा का असर नोएडा की सड़कों पर भी दिखाई दिया। किसानों के जत्थे सोमवार शाम एनएच-24 के रास्ते दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचने शुरू हो गए। इसके चलते एनएच-24 पर शाम पांच से रात 9 बजे तक जाम की स्थिति बन गई। गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले लोगों ने जाम से बचने के लिए नोएडा का विकल्प आजमाया। नोएडा की सड़कों पर भी वाहनों का दबाव बढ़ने से देर शाम तक जाम जैसे हालात रहे।

एसपी ट्रैफिक अनिल झा ने बताया कि, सोमवार शाम घंटे-दो घंटे के लिए मॉडल टाउन और एनआईबी से नोएडा को जोड़ने वाली सड़क के अलावा, लेबर चौक, सेक्टर-57 चौराहा, सेक्टर-12/22 तिराहा, झुंडपुरा तिराहे पर वाहनों का दबाव बढ़ गया। यातायात व्यवस्था सुचारु रखने के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। हालांकि, दो अक्तूबर को अवकाश होने के कारण जाम जैसे हालात पैदा होने की संभावना नहीं है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने अपने स्तर पर पूरी तैयारी कर रखी है।