कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसानों ने आज भारत बंद की अपील की है। 20 सियासी दल और 10 ट्रेड यूनियंस भारत बंद का सपोर्ट कर रही हैं। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे। जो लोग 2-3 घंटे के लिए बंद में फंस जाएंगे, हम उन्हें पानी और फल पहुंचाएंगे।
किसानों का कहना है कि बंद सुबह से शाम तक और चक्का जाम सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक रहेगा, ताकि ऑफिस आने-जाने वालों को दिक्कत नहीं हो। हालांकि, एंबुलेंस जैसी जरूरी सेवाओं और शादियों में लगी गाड़ियों को नहीं रोका जाएगा। उधर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा है कि टिकरी, झाड़ौदा और धनसा बॉर्डर बंद हैं। बदुसराय सीमा केवल हल्के मोटर वाहनों जैसे कारों और दोपहिया वाहनों के लिए खुली है। झटीकरा सीमा केवल दोपहिया यातायात के लिए खुली है। वहीं हरियाणा के लिए दौराला, कपासेरा, राजोखरी NH 8, बिजवासन / बजघेरा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा सीमाएँ खुली हुई हैं।
बता दे, किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि केंद्र सरकार को नये कानूनों को वापस लेने की किसानों की मांगों को स्वीकार करना होगा। राजेवाल ने कहा, ‘मोदी सरकार को हमारी मांगों को स्वीकार करना होगा। हम नये कृषि कानूनों को वापस लेने से कम किसी चीज में नहीं मानेंगे।’
उन्होंने कहा कि जर्मनी, आस्ट्रेलिया और अमेरिका के अलावा अन्य देशों में रहने वाले पंजाबी भी अपना समर्थन जताने के लिए सांकेतिक प्रदर्शन करेंगे। आंदोलनकारी किसानों ने ऐलान किया है कि ‘भारत बंद’ के दौरान पूर्वाह्र 11 बजे से अपराह्न तीन बजे के बीच वे टोल प्लाजाओं को बंद कर देंगे। भारतीय किसान एकता संगठन के अध्यक्ष जगजीत सिंह दल्लेवाला ने किसानों से शांति बनाये रखने और बंद लागू करने के लिए किसी से नहीं झगड़ने की अपील की। उन्होंने कहा, 'लोग स्वयं ही हमारे समर्थन में सामने आ रहे हैं। किसी पर भी बंद के लिए दबाव डालने की कोई आवश्यकता नहीं है।'