भारत जोड़ो न्याय यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए खड़गे ने ममता बनर्जी को लिखा पत्र

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में टीएमसी की तरफ से तकरार के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चिट्ठी लिखी है। यात्रा फिलहाल ढाई दिनों के विश्राम पर है और जलपाईगुड़ी में 28 जनवरी को दोपहर 2 बजे फिर से शुरू होगी। कांग्रेस के प्रवक्ता जयराम रमेश ने बताया कि अध्यक्ष खड़गे ने सीएम ममता बनर्जी को लिखी चिट्ठी में सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है। अध्यक्ष ने यात्रा को लेकर राज्य में असामाजिक तत्वों की तरफ से विवाद की आशंका जताई है।

कांग्रेस के प्रवक्ता जयराम रमेश ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यात्रा जलपाईगुड़ी में शुरू होकर सिलीगुड़ी जाएगी, जहां पदयात्रा के बाद राहुल गांधी का संबोधन होगा। इसके बाद यात्रा 28 जनवरी को ही उत्तरी मिदनापुर पहुंचेगी और रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन 29 जनवरी को बिहार में प्रवेश करेगी। कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि यात्रा 29-30 जनवरी को बिहार में होगी। हालांकि, इससे पहले राज्य में इंडिया गठबंधन और कांग्रेस के लिए मुश्किलें पैदा हो गई हैं।

पश्चिम बंगाल में होगा यात्रा का दूसरा चरण

जयराम रमेश ने बताया कि यात्रा बिहार के अररिया में प्रवेश करेगी और हर रोज चार-पांच किलोमीटर की यात्रा की जाएगी। इसके बाद यात्रा फिर 30 जनवरी को पश्चिम बंगाल में दोबारा प्रवेश करेगी। इस दौरान राहुल गांधी की न्याय यात्रा मालदा, वीरभूम और मुर्शिदाबाद जाएगी। बंगाल में दूसरे चरण के बाद यात्रा झारखंड जाएगी।

बंगाल में भारत जोड़ो न्याय यात्रा की मुश्किल!

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने इंडिया गठबंधन से किनारा कर लिया है और यहां उन्होंने कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग पर भी बातचीत बंद कर दी है। असम से तमाम मुश्किलों के बाद यात्रा पश्चिम बंगाल पहुंची, जहां ममता बनर्जी और पार्टी के नेताओं ने यहां तक कहा कि इस बारे में सूचित नहीं किया गया है। ममता बनर्जी भी कह चुकी हैं कि यात्रा को लेकर राज्य सरकार को जानकारी नहीं दी गई है।

न्याय यात्रा पहुंचने से पहले बिहार में सियासत गर्म

बिहार में भी विवाद शुरू हो गया है, जहां सीएम नीतीश कुमार मोर्चा खोले हुए हैं और पाला बदलने की राह लगभग तय कर चुके हैं। राज्य में सियासी सरगर्मी के बीच इंडिया गठबंधन के लिए बड़े झटके के साथ ही कांग्रेस के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी हुई है। मसलन, नीतीश कुमार के हालियां कदमों से स्पष्ट है कि वह राहुल गांधी की यात्रा में शामिल नहीं होंगे। राज्य में कांग्रेस पार्टी के भी दो हिस्से में बंटने का खतरा है, जहां माना जा रहा है कि कुछ विधायक इसकी तैयारी भी कर चुके हैं।