केरल में बाढ़ 'Kerala Flood', बारिश और भूस्खलन से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। केरल में आई भीषण बाढ़ के बाद महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा समेत कई राज्यों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। अलग-अलग इमारतों और छतों पर फंसे हजारों लोगों को शनिवार को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया। इनमें बड़ी संख्या में बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों को एयरलिफ्ट किया गया। कुछ लोगों को आर्मी बोट, मछली पकड़ने वाली नाव आदि की मदद से बचाया गया। वहीं, अबतक मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 357 हो गई है। अकेले शनिवार को ही 33 लोगों की मौत हो गई। कुछ जगहों पर अब भी बारिश हो रही है। केंद्र सरकार और तमाम एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं। अबतक राज्य को कुल 21,000 करोड़ का नुकसान हो चुका है। तक़रीबन 96 हजार किलोमीटर की सड़के बर्बाद हो चुकी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को केरल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद अहम बैठक की। केरल के लोगों की मदद के लिए राज्यों की ओर से भी मदद की घोषणाएं की गई हैं। राज्य सरकार ने केंद्र से तत्काल सहायता के रूप में लिए 2,000 करोड़ रुपये की मांग की है।’ इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को 20 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की। राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर कहा कि उनकी सरकार ने बाढ़ प्रभावित केरल के लोगों के लिए 20 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं।
NDRF ने कहा है कि उसने अब तक का सबसे बड़ा बचाव अभियान शुरू किया है। उन्होंने जानकारी दी है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाने और सामग्रियों के वितरण के लिए 67 हेलिकॉप्टरों, 24 एयरक्राफ्ट, 548 मोटरबोट्स के अलावा नेवी, आर्मी, एयरफोर्स, NDRF, कोस्ट गार्ड और अन्य केंद्रीय पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। भारी बारिश वाले एर्नाकुलम जिले में 54,000 से ज्यादा लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। कोच्चि के पास श्री शंकराचार्य यूनिवर्सिटी कैंपस में एक इमारत में दो दिनों से फंसे 600 से ज्यादा स्टूडेंट्स को शनिवार को निकाल लिया गया।
3.53 लाख लोग 3026 राहत शिविरों में- बाढ़-बारिश से बदहाल केरल के 3.53 लाख लोग 3026 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।
- 40,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें बर्बाद हो गई हैं। 1,000 से ज्यादा घर पूरी तरह से नष्ट हो गए जबकि 26,000 घरों को नुकसान पहुंचा है।
- अधिकारियों का कहना है कि 134 पुल, 16000 किमी PWD सड़कें, 82000 किमी लंबी स्थानीय सड़कें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं।
- कुल मिलाकर केरल बाढ़ में अब तक 21,000 करोड़ का नुकसान हो चुका है।
दूध, पानी, खाने के सामान भेजे गए- NCMC के मुताबिक राज्य सरकार के अनुरोध पर 6,900 लाइफ जैकेट्स, 3,000 जीवन रक्षक पेटी, 167 टावर लाइट्स, 2100 रेनकोट्स, 1300 गमबूट्स और 153 चेन आरी उपलब्ध कराए गए हैं।
- कैबिनेट सचिव ने IAF, नेवी और ONGC द्वारा 5 और हेलिकॉप्टरों को रविवार को भेजने के निर्देश दिए हैं। एजेंसी के मुताबिक अब तक विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों की ओर से 3 लाख खाने के पैकेट्स, लाखों लीटर दूध, 14 लाख लीटर पीने का पानी, पानी साफ करने की 150 किट (प्रत्येक की क्षमता 1 लाख लीटर) उपलब्ध कराए गए हैं।
कोच्चि नौसेना हवाई पट्टी पर भी उतरेंगे प्लेन- केरल बाढ़ पर सरकार की ओर से जानकारी दी गई है कि कोच्चि नौसेना हवाई पट्टी को सोमवार से वाणिज्यिक उड़ानों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। सभी मोबाइल ऑपरेटरों ने केरल में मुफ्त एसएमएस और डेटा सेवाओं की पेशकश की है।
ऑफलाइन हैं तो भी साझा कर सकते हैं लोकेशन- केरल के बाढ़ पीड़ित ऑफलाइन रहने के दौरान भी अपने ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन या टैबलेट की मदद से अपनी सटीक लोकेशन का प्लस कोड जेनरेट कर उसे साझा कर सकते हैं, ताकि जहां वे फंसे हुए हैं, उसकी सटीक जानकारी मिल सके और राहत दल के लिए उन तक पहुंचना आसान हो। गूगल ने शनिवार को यह जानकारी दी।
- यूजर्स अपने प्लस कोड्स को वॉयस कॉल या एक एसएमएस के माध्यम से शेयर कर सकते हैं। प्लस कोड किसी पते की तरह ही काम करता है। जब कोई पता उपलब्ध नहीं होता है तो गूगल मैप्स पर प्लस कोड के माध्यम से उस जगह को ढूंढा और साझा किया जा सकता है।