तिरुवनंतपुरम। केरल के वायनाड जिले में मंगलवार को एक हाथी ने 48 वर्षीय व्यक्ति को कुचलकर मार डाला। पुलिस के अनुसार, पीड़ित की पहचान वायनाड के सुल्तान बाथरी इलाके के निवासी राजू के रूप में हुई है। मंगलवार रात को जब वह अपने खेत से घर वापस जा रहा था, तब उस पर एक जंगली हाथी ने हमला कर दिया। हमले के बाद राजू को इलाज के लिए कोझिकोड के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
राजू की मौत के बाद पूरे गांव में आक्रोश और शोक फैल गया, क्योंकि सैकड़ों लोगों ने जंगली हाथियों के हमलों को रोकने में सरकार की कथित निष्क्रियता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें एक और व्यक्ति की मौत हो गई।
एम्बुलेंस में पीड़ित का शव लेकर राजमार्ग को अवरुद्ध करते हुए प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सरकार को वायनाड में मानव-वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती संख्या को समाप्त करने के लिए एक स्थायी समाधान ढूंढना चाहिए।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने राजू के परिवार के लिए 50 लाख रुपये का मुआवज़ा और उसके बेटे के लिए एक स्थायी सरकारी नौकरी की भी मांग की। गौरतलब है कि राजू का एक और परिवार का सदस्य पहले से ही बिस्तर पर पड़ा हुआ है, जो लगभग 5 साल पहले एक जंगली जानवर के हमले के बाद इलाज की मांग कर रहा है।
बाद में केरल के मंत्री ओ.आर. केलू वन अधिकारियों के साथ इलाके में पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बात की तथा राजी के परिवार को मुआवजा देने का वादा भी किया। मंत्री के आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया। केरल में मानव-पशु संघर्ष की घटनाएं बार-बार देखी गई हैं। इस साल फरवरी में इसी तरह की एक घटना में जंगली हाथी के हमले में 42 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।