टीका लगवाने के बाद भी कोरोना संक्रमित हुए 7,000 लोग, सरकार की बढ़ी चिंता

केरल में पिछले काफी दिनों से रोजाना 22 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज मिले रहे है। गुरुवार को 22,040 लोग संक्रमित पाए गए। 19,478 लोग ठीक हुए और 117 लोगों की मौत हो गई। वहीं, इस बीच केरल से एक बेहद चौकाने वाली खबर सामने आई है। केरल के पठानमथिट्टा जिले में कोरोना का टीका लगाने के बाद भी 7,000 से अधिक ऐसे लोग संक्रमित पाए गए है। छह सदस्यीय केंद्रीय टीम ने राज्य की अपनी हालिया यात्रा के दौरान इसको लेकर चिंता प्रकट की है। प्रारंभिक आकलन से पता चलता है कि ये मामले उन लोगों में दर्ज किए गए जिन्हें कोवैक्सिन और कोविशील्ड की एक या दोनों खुराकें लगाई जा चुकी है।

इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पथनमथिट्टा की कलेक्टर दिव्या एस अय्यर ने कहा है कि कम से कम 5042 लोग टीकों की दो खुराक के बाद संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 258 दोनों खुराक के दो सप्ताह पूरे करने के बाद कोरोना पॉजिटिव हो गए। इसके साथ ही पहली खुराक लेने वाले 14,974 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से 4,490 दो हफ्ते बाद पॉजिटिव निकले।

केंद्रीय टीम ने जिले पर एक विशेष रिपोर्ट प्रस्तुत की है। पथानामथिट्टा और अन्य जिलों से जीनोम अनुक्रमण के लिए नमूनों पर राज्य से विवरण मांगा है ताकि मामलों का कारण निर्धारित किया जा सके। दूसरी लहर के दौरान रिसर्च और साक्ष्य ने संकेत दिए हैं कि विशेष रूप से डेल्टा वैरिएंट ने कोरोना वैक्सीन से उत्पनान इम्यूनिटी पर काबू पा लिया है। इस तरह के आंकड़े चिंता बढ़ाने वाले हैं।

केंद्रीय टीम के एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर इकनॉमिक टाइम्स को बताया, 'हमें यह आकलन करने के लिए अधिक विवरण की आवश्यकता है कि क्या यह वैक्सीन की विफलता का मामला है या फिर कुछ और है। हमने स्थिति की अधिक समग्र तस्वीर प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार से पहली खुराक और दूसरी खुराक की सफलता के मामलों पर सभी जिलों से विवरण मांगा है।'

आपको बता दे, केरल में 34.93 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 32.97 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 17,328 लोगों की मौत हुई है। फिलहाल 1.77 लाख मरीजों का इलाज चल रहा है।