उत्तर पूर्व दिल्ली इकाई के अध्यक्ष और भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने शुक्रवार को राज्य के बेघरों साथ व्यवहार पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और कहा कि दिल्ली सरकार गरीबों के प्रति असंवेदनशील है। उन्होंने यह भी कहा कि वह यह मामला संसद में उठाएंगे।
पत्रकारों से बात करतें हुए उन्होंने कहा, "केजरीवाल अपने आप को आम आदमी कहते हैं, लेकिन आप इन आम आदमियों की हालत देखें जो इस सर्द मौसम में खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हैं।"
भाजपा नेता ने कहा, "जो सरकार गरीबों के अधिकार का पक्ष लेती है, वह असंवेदनशील हो गई है।"
तिवारी ने कहा, "उन लोगों ने खुद के लिए बंगला ले लिया है और इन्हें कुछ नहीं दिया है।"
उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के यहां कई रैन बसेरे खोले जाने के दावे के बावजूद, 100 से ज्यादा लोग खुले आसमान के नीचे सो रहे हैं।
पार्टी के विधायक मनजिंदर सिरसा और आम आदमी पार्टी से निलंबित विधायक कपिल मिश्रा ने शनिवार सुबह निगमबोध श्मशान के नजदीक फ्लाईओवर के नीचे और फुटपाथ पर सो रहे लोगों से मुलाकात की।
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री मिश्रा ने केजरीवाल सरकार पर 'फोटो क्रेजी' सरकार होने का आरोप लगाते हुए कहा "वे दावा करते हैं कि उन लोगों ने पूरे शहर में कई रैन बसेरे बनाए हैं, लेकिन सच्चाई अलग है और जैसा आप सभी देख सकते हैं। इन लोगों को खुले आसमान के नीचे सोने पर मजबूर होना पड़ा है। लेकिन तथ्य यह है कि वे लोग सच्चाई का सामना नहीं करना चाहते।"
तीनों नेताओं ने रविवार तक 350 लोगों के रहने के लिए रैन बसेरे बनाने का वादा किया।