बेंगलूरू। सड़क हादसों को रोकने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा समय-समय पर नियमों में बदलाव किया जाता रहा है। अब एक बार फिर से सरकार यह कदम उठाने जा रही है। नेशनल हाईवे पर बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं और ट्राफिक नियमों के उल्लंघन को देखते हुए नया ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया जा रहा है। ये नया नियम 1 जुलाई से लागू हो जाएगा। जिसके बाद से आपके फास्टैग से सीधे ही चालान कट जाएंगे।
कर्नाटक राज्य ने इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को शुरू करने का फैसला किया है। इसके तहत बेंगलुरु-मैसूर रोड नेटवर्क को कैमरों से लैस किया जाएगा। ये कैमरे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की पहचान करेंगे। इसकी मदद से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के फास्टैग से ही चालान काट लिया जाएगा। इसके लिए टोल गेट को इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़े जाने की कोशिश की जा रही है। बेंगलुरु-एक्सप्रेस-वे पर स्पीड लिमिट का उल्लंघन करने वालों से तुरंत चालान की रकम वसूली जाएगी।
इतना ही नहीं जल्द ही ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को रियल टाइम पर एसएमएस अलर्ट भेजा जाएगा। सरकार ट्रैफिक की निगरानी के लिए कैमरों की संख्या बढ़ाने पर जोर दे रही है। वहीं नए सिरे से लगाए गए ANPR कैमरों द्वारा सुगम ट्रैफिक नियमों का प्रवर्तन 1 जुलाई से शुरू होगा। यातायात और सड़क सुरक्षा के एडीजीपी आलोक कुमार ने बताया कि 1 जुलाई से पूरे बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे को नए स्मार्ट ट्रैफिक नियम यानी इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ा जाएगा।
1 जुलाई से मैसूर में ट्रैफिक के नियम तोड़ने वालों का सीधे चालान कटना शुरू हो जाएगा। राज्य सरकार ने सुरक्षा सुधारों में साइनबोर्ड, ब्लिंकर, नशे में गाड़ी चलाने वालों की निगरानी के लिए 800 एल्कोमीटर और 155 लेजर
स्पीड गन लगाने का फैसला किया है।
जानकारी के मुताबिक ट्रैफिक और रोड सेफ्टी विंग हाईवे पर लगे टोल गेटों पर चालान सिस्टम को फास्टैग के साथ इंटीग्रेट करने की कोशिश की जा रही है। ऐसा होने से फास्टैग वॉलेट से सीधे जुर्माना कट जाएगा। राज्य सरकार ने सुरक्षा सुधारों में साइनबोर्ड, ब्लिंकर, नशे में गाड़ी चलाने वालों की निगरानी के लिए 800 एल्कोमीटर और 155 लेजर स्पीड गन लगाने का फैसला किया है।