चुनाव परिणाम: कर्नाटक में सत्ता किसकी, आज होगा तय

आज पूरे देश की निगाहें कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना पर है। लगभग 11 से 12 बजे तक के रुझानों से ये स्पष्ट हो जाएगा कि कर्नाटक में कौन सी पार्टी सरकार बना सकती है।
मतगणना से पहले कांग्रेस और भाजपा की निगाहें किंगमेकर माने जा रहे जद-एस पर हैं। मतगणना से एक दिन पहले जद-एस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी के सिंगापुर जाने पर अफवाहों का बाजार गर्म है। इसके साथ ही यह तय होगा कि 1985 के इतिहास को दोहराते हुए सिद्धरमैया कर्नाटक किले की किलेदारी कायम रखते हैं या फिर येदियुरप्पा प्रदेश में भाजपा का भगवा पताका लहराते हैं। त्रिशंकु विधानसभा होने पर एच डी देवेगौड़ा की जेडीएस के किंगमेकर बनने से कोई इनकार नहीं कर सकता।

बता दें, राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा की 222 सीटों पर 12 मई को मतदान हुआ था। आरआर नगर सीट पर चुनावी गड़बड़ी की शिकायत के चलते मतदान स्थगित कर दिया गया था। जयनगर सीट पर भाजपा उम्मीदवार के निधन के चलते मतदान टाल दिया गया था। मतगणना लगभग 40 केंद्रों पर सुबह आठ बजे शुरू होगी। रुझान एक घंटे के भीतर आने शुरू हो सकते हैं और चुनाव परिणाम देर शाम तक स्पष्ट होंगे।

कर्नाटक में सत्ता बरकरार रखने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का सियासी कद बढ़ेगा। साथ ही पार्टी को लोकसभा चुनाव से पहले होने वाले मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए नई ऊर्जा मिलेगी। साथ ही कांग्रेस को नया मोर्चा बनाने के अभियान में भी मजबूती मिलेगी। किसी भी चूक से बचने के लिए कांग्रेस नेतृत्व ने मतगणना से एक दिन पहले वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत और गुलाम नबी आजाद को बंगलूरू रवाना कर दिया है।

वहीं, कर्नाटक में जीत हासिल होने पर भाजपा को बड़ा सियासी लाभ मिलेगा। गठबंधन की खटपट पर पूर्णविराम लगने के साथ ही मोदी-शाह की अजेय छवि पर भी मुहर लगेगी।

सकारात्मक परिणाम का असर भाजपा शासित राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के अलावा लोकसभा चुनाव पर भी पड़ेगा। यही कारण है कि पार्टी ने त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में जद-एस को हर हाल में मनाने की रणनीति बनाई है।