कानपुर : चरम पर पहुंच रहा मौतों का ग्राफ, 1930 के बाद इसी साल जारी हुए सबसे ज्यादा मृत्यु प्रमाण पत्र

कोरोना का तांडव जारी हैं जिसमें मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा हैं. कानपुर की बात करें तो मौतों का ग्राफ चरम पर पहुंचता जा रहा हैं. हालात ये हैं कि 1930 में नगर निगम की स्थापना से आज तक साढ़े चार महीने में इतने ज्यादा मृत्यु प्रमाण पत्र कभी नहीं जारी हुए। इस साल एक जनवरी से 17 मई तक करीब साढ़े चार महीने में 9175 मृत्यु प्रमाणपत्र जारी हुए जो बहुत बड़ा आंकड़ा हैं। वहीं नगर निगम के रिकॉर्ड के अनुसार इस साल अभी तक कोरोना से 801 मौतें हुई हैं। नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार तीन सालों में सबसे ज्यादा मौतें जनवरी के महीने में हुई हैं। सबसे ज्यादा 2020 में 2247 मृत्यु प्रमाणपत्र जारी हुए। जानकारों का मानना है कि दिसंबर और जनवरी में ठंड ज्यादा पड़ती है। इस वजह से मौतें ज्यादा होती है।

कोरोना की दूसरी लहर के साथ ही मौतों का ग्राफ भी बढ़ गया है। कानपुर नगर निगम के जन्म मृत्यु कार्यालय में कार्यरत लिपिक और कर्मचारियों का कहना है कि प्रतिदिन 100 से ज्यादा आवेदन आ रहे हैं। अप्रैल के महीने में जब कोरोना से मौतों का आंकड़ा एक दिन में 30 के भी ऊपर पहुंच गया था, तब इस महीने में 1953 मृत्यु प्रमाणपत्र जारी हुए। मई में मौतों का ग्राफ सिमटकर औसतन 15 पर आ गया है, तब भी 17 दिन में 1598 मृत्यु प्रमाणपत्र जारी हो चुके हैं। मरने वालों में कोविड के साथ नॉनकोविड मरीज भी हैं। कई की तो स्थिति ही नहीं स्पष्ट है। क्योंकि जांच में निगेटिव आए लेकिन कोरोना जैसे लक्षण लिए दुनिया छोड़ गए।