मैक्सिको : शरणार्थियों को मिला बाइडन का साथ, पहले जत्थे को मिली अमेरिका में दाखिल होने की अनुमति

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कई नीतियों में बदलाव किया हैं। इसी कड़ी में शरणार्थियों को लेकर भी बाइडन ने ट्रंप की नीति बदली हैं और शरणार्थियों के पहले जत्थे को अमेरिका में दाखिल होने की अनुमति दी हैं। ज्यादा संख्या में प्रवासियों के आने की संभावना के कारण अमेरिकी अधिकारियों ने लोगों को सीमा पर नहीं आने और उन्हें सबसे पहले शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायोग की वेबसाइट पर पंजीकृत कराने को कहा है।

मैक्सिको में अनुमानित तौर पर 25,000 लोग अमेरिका में शरण के लिए मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं और इनमें से 25 लोगों के जत्थे को दाखिल होने की अनुमति दी गई। इन लोगों को अदालत में अपने लंबित मामलों की सुनवाई में हिस्सा लेने के लिए देश आने की इजाजत दी गई है।

मैक्सिको से लगी सीमा पर भी भ्रम की स्थिति बनी है। तिजुआना सीमा पर करीब 100 लोग शुक्रवार को जमा हो गए और उन्होंने अमेरिका में दाखिल होने देने का अनुरोध किया। हालांकि अधिकारियों ने उन्हें प्रवेश देने से मना कर दिया। कोरोना वायरस महामारी के कारण मैक्सिको से आए लोगों को क्वारंटीन में रखने के लिए सैन डिएगो के होटलों में ले जाया गया। क्वारंटीन की अवधि पूरी होने के बाद वे अमेरिका में अपने रिश्तेदारों, दोस्तों के पास या अन्य स्थानों पर जा पाएंगे।