राजस्थान एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शनिवार दोपहर जोधपुर जिले के केतु कलां गांव में 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए एक लाइनमैन को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी का नाम खेमचन्द है। एसीबी को कुछ दिन पहले शिकायत मिली थी कि खेमचन्द 1 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था, ताकि वह किसी सीट को भरने से बचा सके। ACB ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस सोनी के नेतृत्व में शिकायत की जांच की, जिसमें आरोपी की पुष्टि हुई। इसके बाद एसीबी महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा के निर्देशन में कार्रवाई करते हुए खेमचन्द को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
आरोपी ने भारी जुर्माने का डर दिखाकर परिवादी को धमकाया
ब्यूरो के एएसपी पारस सोनी ने बताया कि डिस्कॉम की ओर से तैयार की गई चालान शीट में कमी का हवाला देते हुए आरोपी ने परिवादी को 1 लाख रुपये का जुर्माना भरने का डर दिखाया। इस डर के कारण परिवादी ने एसीबी जोधपुर ब्रांच में जाकर शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद, आरोपी खेमचन्द ने शिकायत के सत्यापन के दौरान भी परिवादी से 3 हजार रुपये की रिश्वत ली थी। फिलहाल, आरोपी से पूछताछ जारी है। कुछ दिन पहले SHO पर हुई थी कार्रवाई
15 जनवरी को एसीबी ने एक थानाधिकारी को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था। परिवादी के खिलाफ थाने में मारपीट का मुकदमा दर्ज था, जिसे रफा-दफा करने और उसे राहत देने के बदले एसएचओ झंवर, मूलाराम ने 50 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। इसके बाद, परिवादी ने 17 दिसंबर 2024 को एसीबी कार्यालय से संपर्क किया। एसीबी ने इस शिकायत का सत्यापन किया और अगले दिन आरोपी थानाधिकारी को गिरफ्तार कर लिया।