श्रीनगर मुठभेड़ में 3 आतंकी ढेर, आत्मसमर्पण करने का दिया था मौका

श्रीनगर के होकारसर इलाके में सुरक्षाबलों ने मकान में छिपे तीनों आतंकवादियों को मुठभेड़ के बाद ढेर कर दिया है। आइजी कश्मीर विजय कुमार ने तीनों आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की है। सुरक्षाबल और आतंकियों के बीच यह मुठभेड़ तकरीबन 16 घंटे तक चली। आइजी कश्मीर विजय कुमार ने तीनों आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि ये तीनों आतंकी लश्कर के बताए जा रहे है और गत मंगलवार को होकारसर में युवाओं को संगठन में शामिल करने के लिए आए थे। हालांकि पुलिस ने इस संबंध में अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है। तीनों आतंकियों की पहचान जुबैर निवासी शोपियां, एजाज निवासी मित्तरगाम पुलवामा और अथर मुश्ताक निवासी पुलवामा के तौर पर हुई है।

आत्मसमर्पण करने का दिया था मौका

मुठभेड़ स्थल से तीनों आतंकवादियों के शव बरामद कर लिए गए हैं जबकि काफी मात्रा में हथियार व गोलाबारूद भी बरामद हुआ है। पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ के दौरान दो से तीन बार आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का मौका दिया गया परंतु उन्होंने इससे इंकार कर दिया। पुलिस ने बताया कि सुबह एक आतंकी के मारे जाने के बाद कुछ राष्ट्रविरोधी तत्व सड़कों पर उतर आए। इन तत्वों ने सुरक्षाबलों पर पथराव भी किया परंतु इन सभी बाधाओं को आसानी से पार करते हुए सुरक्षाबलों ने तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया। इस दौरान अश्रुगैस का भी इस्तेमाल किया गया।

इलाके को खाली कराया गया

वहीं सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन पूरा होने के बाद इलाके को खाली कर दिया है जबकि हाईवे पर वाहनों की आवाजाही भी बहाल कर दी गई है। होकारसर में यह मुठभेड़ गत मंगलवार शाम से जारी थी। अंधेरा हो जाने की वजह से सुरक्षाबलों ने इसे निलंबित कर दिया था। सुबह होते ही सुरक्षाबलों ने एक बार फिर आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा परंतु जब वे नहीं माने तो सुरक्षाबलों ने जवाबी गोलीबारी में एक आतंकी को सुबह ही ढेर कर दिया था। उसके बाद 11 बजे तक बाकी बचे दोनों आतंकियों को भी मार गिराया गया। ये आतंकवादी हाईवे से सटे एक मकान में छिपे हुए थे।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि गत मंगलवार शाम को उन्हें सूत्रों से यह पता चला कि श्रीनगर के बाहरी इलाके होकारसर में एक से 2-3 आतंकवादी मौजूद हैं। सूचना के आधार पर एसओजी, सेना की 2 आरआर और सीआरपीएफ के जवानों का संयुक्त दल इलाके में पहुंच गया और उन्होंने तलाशी अभियान शुरू कर दिया। जिस घर में आतंकवादियों के छिपे होने की आशंका थी, जैसे ही जवान उसके नजदीक पहुंचे, आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। सैन्य अधिकारियों ने आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा परंतु वह नहीं माने और गोलीबारी जारी रखी। इस बीच सुरक्षाबलों ने मकान को चारों ओर से घेर लिया ताकि आतंकवादी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार न हो जाएं। घेराबंदी मजबूत होने पर सुरक्षाबलों ने जानबूझकर अभियान को धीमा कर दिया ताकि दूसरे लोगों को इसके कारण कोई नुकसान न पहुंचे। हालांकि रातभर दोनों ओर से रूक-रूककर गोलीबारी होती रही।

सुबह एक बार फिर आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का मौका दिया गया। जब इस बार भी उन्होंने नहीं माना तो जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने सुबह 11 बजे तक तीनों आतंकियों को मार गिराया।