'कश्मीर समाधान' शुरू हो गया है : अनुपम खेर

पिछले चार दिनों जम्मू-कश्मीर में बढ़ी राजनीतिक हलचल पर बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि कश्मीर समाधान शुरू हो चुका है। बता दे, अनुपम खेर से पहले योग गुरु बाबा रामदेव ने रविवार को कहा था कि आजादी के बाद से जिसका इंतजार था अब वो होने वाला है. देश की एकता के लिए जरूरी है कि धारा 370 खत्म की जाए. योग गुरु ने कहा था कि घाटी में तिरंगे का अपमान करने वाले, पाकिस्तान से फंडिग लेकर भारतीय सेना पर हमला करने वाले जिंदा नहीं बचेंगे और पाक अधिकृत कश्मीर भी भारत का हिस्सा बनेगा, ऐसा उन्हें विश्वास है. उन्होंने कहा अमित शाह पर पूरा भरोसा है, जम्मू कश्मीर हमारा था और रहेगा.

बता दें कि जम्मू कश्मीर में सुरक्षा के मुद्देनजर धारा 144 लागू कर दी गई है साथ ही घाटी में मोबाइल व इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। इसके साथ ही अगले आदेश तक स्कूल व कॉलेज बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं।

बीते दिनों ही 2 अगस्त को कश्मीर में अमरनाथ यात्रा पर गए श्रद्धालुओं को सुरक्षा के लिहाज से वापस अपने-अपने घरों को लौट जाने की सलाह जारी की गई थी। उस दौरान वहां पर आतंकियों के हमले की साजिश की खबर सामने आई थी जिसके बाद ही सेना ने ये फैसला लिया था। इसके बाद कश्मीर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। भारी संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है। खेर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कश्मीर मसले का समाधान शुरू हो चुका है।

अमरनाथ यात्रा रद्द किए जाने के बाद घाटी में सुरक्षा संबंधी तनाव काफी बढ़ गए थे। पाकिस्तानी सेना समर्थित आतंकी हमले के खतरे को लेकर अमरनाथ यात्रा रद्द करने का आदेश जारी किया गया था। कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसीजर (सीआरपीसी) के तहत श्रीनगर में सोमवार आधी रात से ही धारा 144 लागू कर दी गई है। जबकि सोमवार को सुबह 6 बजे से जम्मू में भी धारा 144 लागू कर दी गई है।

बता दें कि पूरे हिन्दुस्तान में ये चर्चा चल रही है कि जम्मू-कश्मीर में कुछ होने वाला है. इस बीच जम्मू-कश्मीर में अभूतपूर्व घटनाक्रम में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला और पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती को श्रीनगर में नजरबंद कर दिया गया है. इन दोनों नेताओं के अलावा कांग्रेस के नेता उस्मान माजिद और सीपीआई(एम) के विधायक एमए तारिगामी को गिरफ्तार कर लिया गया है। कश्मीर के हालात को लेकर हर कोई चिंता में है। इस बीच कांग्रेस नेता पी चिदम्बरम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर केंद्र सरकार द्वारा दुस्साहस पूर्ण कार्रवाई की चेतावनी पहले ही दे रही थी। चिदम्बरम ने कहा कि लगता है कि सरकार अब ऐसा करने पर अड़ गई है। पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए पी चिदम्बरम ने कहा कि कश्मीर के नेताओं की नजरबंदी लोकतांत्रिक आवाज को कुचलने जैसा है। चिदम्बरम ने ट्वीट किया, 'जम्मू-कश्मीर के नेताओं को घर में नजरबंद किया जाना इस बात का सिग्नल है कि सरकार अपने मकसद को हासिल करने के लिए सभी लोकतांत्रिक मूल्यों और सिद्धांतों को कुचल देगी। मैं उनकी नजरबंदी की आलोचना करता हूं।'