कश्मीर घाटी में मनाई जा रही ईद, प्रशासन ने किए पुख्ता इंतजाम

पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ ईद-उल-अजहा (Eid-Al-Adha) (बकरीद Bakrid) मनाई जा रही है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश के सभी मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा की जा रही है। वही जम्मू-कश्मीर से धारा 370 (Article 370) हटने के बाद शांति का माहौल है। ईद से पहले धारा 144 में थोड़ी छूट दी गई थी। बकरीद को देखते सरकार ने अहम कदम उठाए हैं। प्रशासन की ओर से घरों पर एलपीजी और सब्जियां भेजी जा रही हैं। छुट्टी के दिन घाटी में बैंक और करीब 3500 राशन की दुकानें खुली रहेंगी। बकरीद को लेकर लोग खरीदारी कर रहे हैं। यहां सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। राज्य के डीजीपी ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान ना दें। पुलिस की ओर से बयान दिया गया है कि घाटी में शांति है और बीते एक हफ्ते में एक भी गोली नहीं चलाई है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल अभी भी घाटी में ही हैं और हर तरह से नज़र बनाए हुए है।

पुलिस प्रशासन ने लोगों से किसी भी तरह की 'शरारती और भड़काऊ खबरों' पर विश्वास नहीं करने का आग्रह किया है। जम्मू एवं कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने एक वीडियो में कहा, 'पुलिस ने बीते छह दिनों में अब तक एक भी गोली नहीं चलाई है। लोगों को घाटी में गोलीबारी की घटनाओं से संबंधित किसी भी शरारती और भड़काऊ खबर पर विश्वास नहीं करना चाहिए।' दिलबाग सिंह ने यह भी बताया कि जम्मू के 10 जिलों से निषेधाज्ञा हटा दी गई है।

जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार को लोगों को ईद-उल जुहा की मुबारकबाद देते हुए उनकी भलाई और समृद्धि की कामना की। राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह त्योहार सांप्रदायिक सौहार्द, भाईचारे और मेल-जोल को और अधिक मजबूत करेगा। साथ ही जम्मू-कश्मीर के उस गौरवशाली बहुलवादी सदाचार को पुनर्जीवित करेगा जिसके लिये वह सदियों से जाना जाता है। राज्यपाल ने अपने बधाई संदेश में जम्मू-कश्मीर में शांति, प्रगति और समृद्धि की कामना की।