जम्मू-कश्मीर में सामान्य हो रहे हालात, चरणबद्ध तरीके से हटेगी पाबंदी, 19 अगस्त से खुलेंगे स्कूल

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) को कमजोर किए जाने के बाद से ही धारा 144 का असर है। हजारों की संख्या में सुरक्षाबल सड़कों पर तैनात हैं और बाहरी टूरिस्टों को राज्य से वापस भेज दिया गया है। ‘धरती की जन्नत’ कहा जाने वाला कश्मीर देश के अहम पर्यटन स्थलों में से एक है। लेकिन अब यहां पर कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि कोई घूमने के लिए आ ही नहीं रहा है। इससे स्थानीय लोगों को भी काफी परेशानी हो रही है।

गुलमर्ग में होटल वाले और अन्य स्थानीय लोग जिनका रोजगार सिर्फ पर्यटकों के दम पर ही चलता था। लेकिन इस बार उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गुलमर्ग में कई होटल वालों का कहना है कि यहां पर कोई नहीं आ रहा है, खाने की दिक्कत हैं, दुकानें भी नहीं खुल रही हैं।

हालाकि, अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं। श्रीनगर में सोमवार यानी 19 अगस्त से सभी सरकारी दफ्तर खुल जाएंगे। अभी इंटरनेट या लैंडलाइन सर्विस को चालू करने पर कोई फैसला नहीं किया गया है। वही जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सचिवालय और अन्य सरकारी कार्यालयों को कामकाज शुरू करने के लिए निर्देश दिया है। इसके साथ ही प्रतिबंधों में ढील देने की अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बीएस सुब्रमण्यम ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि जम्मू-कश्मीर में चारों ओर विकास करना सरकार का मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि सरकार इस वक्त उन संगठनों के बारे में जानकारी निकाल रही है, जो भी घाटी में आतंकवाद फैलाने का काम कर रहा है उसके खिलाफ एक्शन लिया जाए। इसके लिए सरकार की तरफ से दुनियाभर से रिकॉर्ड्स इकट्ठे किए जा रहे हैं। घाटी में किसी तरह से माहौल ना बिगड़े उसी वजह से कुछ सर्विस पर रोक लगाई गई थी, जैसे कि फोन सर्विस या इंटरनेट सर्विस को रोक दिया गया था। सुब्रमण्यम ने ऐलान किया कि बीते दिनों में एक भी आदमी की जान नहीं गई है। J-K के मुख्य सचिव ने कहा कि पाकिस्तान लगातार कश्मीर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाया है। इस दौरान उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल जैसे आतंकी संगठनों का नाम भी लिया। उन्होंने साथ ही कहा कि घाटी में धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं और हम भी पाबंदियां हटा रहे हैं। अभी सरकारी दफ्तरों को खोल दिया गया है, साथ ही सरकारी स्कूल को भी धीरे-धीरे खोला जाएगा। और उसके बाद हालात का जायजा लेकर आगे का फैसला लिया जाएगा।

इससे पहले गुरुवार को राजभवन के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गुरुवार शाम सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद सरकारी सचिवालय एवं अन्य कार्यालयों में सामान्य कामकाज बहाल किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि सरकार जुम्मे की नमाज के दौरान हालात पर नजर रखेगी और इसी के आधार पर आम लोगों के लिए भी प्रतिबंधों में ढील देने पर विचार किया जाएगा।

आपको बता दें कि राज्यपाल ने अमरनाथ यात्रा के समापन की भी समीक्षा की जोकि अमरनाथ गुफा मंदिर में भगवान शिव की पवित्र गदा (छारी) की पूजा के बाद गुरुवार को औपचारिक रूप से बंद कर दी गई थी। बुधवार को एक हेलिकॉप्टर द्वारा गदा को पवित्र गुफा में ले जाया गया और पूजा के बाद वापस श्रीनगर लाया गया।