J-K: अनंतनाग के अछबल इलाके से संदिग्ध कार बरामद, बीजेपी नेताओं की हत्या में इस्तेमाल का शक

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के काजीगुंड में कल रात बीजेपी के तीन नेताओं की आतंकियों ने हत्या कर दी थी। इसे लेकर पूरा काजीगुंड मातम में डूबा हुआ है। मृतकों का जब जनाजा निकला तो सैंकड़ों लोग उमड़ पड़े। आतंकियों ने इस हमले को उस वक्त अंजाम दिया जब तीनों नेता एक कार से रात साढ़े आठ बजे के करीब घर लौट रहे थे। तीनों को आतंकियों ने घेर लिया और सामने से गोलियां बरसा दी। घेराबंदी ऐसी की गई कि भागने का मौका तक नहीं मिला। इस हमले में फिदा हुसैन के अलावा उमर राशीद बेग और उमर रमजान मारे गए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर के आतंकियों ने ली है। भारतीय सुरक्षाबल ने अब इन आतंकियों को पकड़ने के लिए उनकी तलाश तेज कर दी है। बताया जाता है कि लश्कर के तीन आतंकी इस समय भारतीय सुरक्षाबलों के निशाने पर हैं।

इस बीच पुलिस ने अनंतनाग के अछबल इलाके से एक कार को बरामद किया है। शक है कि इसका इस्तेमाल आतंकियों ने बीजेपी नेताओं की हत्या में किया था।

इस पूरे मामले पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी का कहना है कि हमने 5 अगस्त के पहले ही हमारी टीम ने 16 से 19 लोगों की लिस्ट तैयार की गई थी और इन लोगों को अलग अलग होटल में रखा गया था। इन लोगों में फिदा हुसैन भी थे। हालांकि कुछ दिन पहले ही वह शपथ पत्र देकर घर चले गए थे। हमारी टीम इस बात की भी जांच कर रही है कि फिदा हुसैन घर से इतनी दूर क्या करने के लिए आए थे। जहां पर आतंकियों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।

जम्मू-कश्मीर के आईजी के मुताबि​क इस घटना को देखकर ऐसा लग रहा है कि आतंकियों को पहले से खबर थी कि बीजेपी कार्यकर्ता वारदात वाले स्थान पर आने वाले हैं। बीजेपी कार्यकर्ताओं की गाड़ी का पहले पीछा किया गया और फिर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया।

बता दे, कश्मीर में बीजेपी के नेता हाल के कुछ हफ्तों में आतंकियों के निशाने पर आए हैं। 8 जुलाई को बीजेपी नेता वसीम बारी के अलावा उनके भाई और पिता की हत्या कर दी गई थी। 4 अगस्त को कुलगाम के आखरन नौपुरा में बीजेपी के नेता और संरपच आरिफ अहमद पर जानलेवा हमला हुआ। 6 अक्टूबर को गांदरबल में भी जिला भाजपा उपाध्यक्ष गुलाम कादिर राथर को मार दिया गया था।

कल सुबह ही एनआईए ने कुलगाम में आतंकियों के संदिग्ध ठिकानों पर छापमारी की थी, कुछ घरों की तलाशी ली गई थी। लेकिन कुछ घंटों बाद ही आतंकियों ने तिहरे हत्याकांड को अंजाम दे दिया। जम्मू-कश्मीर के आईजी की माने तो इस हत्याकांड में लश्कर से जुड़े टीआरएफ आतंकी संगठन का हाथ है।