Article 370 : पाकिस्तान से तनाव के बीच तीन दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंचे विदेश मंत्री जयशंकर, कश्मीर पर हो सकती है बात!

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद पाक ने इस पर भारी नाराजगी जताई। भारत द्वारा लिए इस फैसले के खिलाफ पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने गुरुवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी और अन्य नेताओं से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद कुरैशी ने कई ट्वीट किए। उन्होने दावा करते हुए कहा, 'मेरी आज चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ एक बड़ी एवं निर्णयात्मक बैठक हुई। पाकिस्तान चीन के साथ भाई जैसा संबंध रखता है और इस संबंध को जाहिर करते हुए चीन ने पाकिस्तान को अपना समर्थन देने का भरोसा दिया।' कुरैशी ने दावा किया, 'विदेश मंत्री वांग यी ने यह माना कि कश्मीर में भारत के आक्रामक रवैया के चलते वहां के लोगों को नुकसान पहुंच सकता है और वे अपनी आवाज नहीं उठा पाएंगे। भारत के इस कदम से पूरा क्षेत्र खतरे का सामना करेगा।' विदेश मंत्री ने कहा कि 'कश्मीरी लोगों की आवाज दुनिया में पहुंचाने के लिए दोनों देश मिलकर काम करेंगे।' वही इस बीच रविवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि पाकिस्तान के साथ गहराए तनाव को लेकर ये बैठक काफी महत्वपूर्ण है। सूत्रों के मुताबिक इसमें कश्मीर पर भी बात हो सकती है।

विदेश मंत्रालय का कहना है कि एचएलएम की इस बैठक में दो देशों के बीच अधिक से अधिक तालमेल बनाए रखने के लिए पर्यटन, कला, फिल्मों, मीडिया, संस्कृति और खेल जैसे क्षेत्रों में बढ़ावा मिलेगा, साथ ही संस्कृति के आदान-प्रदान का एक बेहतर माध्यम साबित हो सकता है।

पद संभालने के बाद विदेश मंत्री जयशंकर की चीन की ये पहली यात्रा होगी। हालांकि विदेश मंत्री एस जयशंकर 1 जून 2009 से 1 दिसंबर 2013 तक चीन में भारतीय राजदूत के रूप में काम कर चुके हैं। वह 1977 में भारतीय विदेश सेवा में भर्ती हुए थे। जयशंकर चीन के आलावा अमेरिका, चेक गणराज्य राजदूत और सिंगापुर में उच्चायुक्त के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।

बता दें भारत सरकार के जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 को खत्म करने के फैसले के बाद पाकिस्तान ने इसे खारिज कर दिया था। पाकिस्तान ने कहा था कि वह हर संभव विकल्प का इस्तेमाल करेगा। पाकिस्तान ने बुधवार को भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार खत्म करने और कूटनीतिक रिश्तों में कमी लाने का ऐलान किया था। इस मुद्दे पर चीन ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने के भारत के फैसले पर आपत्ति जताई थी, जिसके जवाब में नई दिल्ली ने सख्ती से कहा कि यह कदम एक आंतरिक मामला है। जयशंकर ने पिछले हफ्ते बैंकॉक में वांग से मुलाकात की थी, जहां दोनों नेताओं ने भारत-चीन को मजबूत करने के तरीकों पर विचारों का आदान-प्रदान किया था।