रियो डी जेनेरो (ब्राजील)। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने सोमवार को ब्राजील के रियो डी जेनेरो में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की। द्विपक्षीय बैठक के दौरान वांग यी ने दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने का आह्वान किया, चीनी बयान में कहा गया।
बैठक का ब्यौरा देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों नेताओं ने भारत-चीन सीमा पर हाल में हुई सैन्य वापसी में हुई प्रगति पर गौर किया और द्विपक्षीय संबंधों में अगले कदमों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने कहा, रियो में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान सीपीसी पोलित ब्यूरो के सदस्य और चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की।
उन्होंने कहा, ''हमने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में हाल ही में हुई सैन्य वापसी में हुई प्रगति पर गौर किया।'' जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत और चीन ने वैश्विक स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
मंगलवार को जारी चीनी विदेश मंत्री के बयान में कहा गया कि वांग यी ने क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वियों के बीच अधिक आपसी विश्वास और कम संदेह की आवश्यकता पर भी बात की। वांग ने भारतीय पक्ष से पत्रकारों के आदान-प्रदान और वीजा सुविधा पर सहयोग बढ़ाने का भी आग्रह किया।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी की कज़ान में मुलाकात विदेश मंत्री और उनके चीनी समकक्ष के बीच यह मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच पांच साल में पहली औपचारिक मुलाकात के करीब एक महीने बाद हुई है। यह मुलाकात रूस के कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान हुई। करीब 5 साल बाद इस साल अक्टूबर में सीमा पर गश्त करने के औपचारिक समझौते के साथ यह सफलता मिली।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध भारत और चीन के लोगों और क्षेत्रीय और वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं।
गलवान के बाद सीधा हवाई संपर्क टूट गया गौरतलब है कि 2020 में गलवान में हुई झड़पों के बाद दोनों देशों के बीच संबंध खराब हो गए थे। उस समय भारत ने चीन के साथ सीधा हवाई संपर्क तोड़ दिया था, सैकड़ों
चीनी मोबाइल एप्लिकेशन पर प्रतिबंध लगा दिया था और चीनी निवेशों पर कई तरह की जांच की थी, जिससे BYD और ग्रेट वॉल मोटर्स जैसी कंपनियों के सभी बड़े प्रस्ताव लगभग अवरुद्ध हो गए थे।