जयपुर। राजस्थान डिजी फेस्ट-2018 के अंतर्गत सोमवार को सायं 6 बजे राजस्थान कॉलेज परिसर में लगभग 6500 कोडर के साथ दुनिया के सबसे बड़े “हैकेथान” का आगाज हुआ। इस प्रतियोगिता में हजारों प्रतिभागी अपने-अपने लैपटॉप पर कोडिंग करते नजर आए। कोडर्स को हैकेथान थीम जैसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डाटा मोबिलिटी, डाटा वेयरहाउस, मशीन लनिर्ंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, भामाशाह योजना, ईमित्र आदि में से एक थीम का चुनाव करके उसकी प्रॉब्लम देकर सोल्यूशन प्रस्तुत करना है।
उल्लेखनीय है कि यह 36 घंटे तक लगातार चलने वाली कोडिंग प्रतियोगिता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से उत्कृष्ट कोडर, डवलपर्स और डिजाइनरों को कई विषयों पर अपने आउट-आफ-द-बॉक्स विचारों का उपयोग करने के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान किया गया। प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार के रूप में राजस्थान सरकार के साथ काम करने का 65 लाख रूपये के करार के अवसर मिलेंगे।
सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री अखिल अरोड़ा ने बताया इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए देशभर के प्रतिभागियों ने गजब का उत्साह दिखाया है।
इस कार्यक्रम में हरियाली युक्त ‘ग्रीन-ए-थान’ भी का आयोजन भी किया गया, जो कि एक तरह का हैकेथान है, जिसमें प्रतिभागियों को अपने ऎसे विचारों को प्रस्तुत, डवलप व प्रोग्राम करना है, जिससे इस विश्व को और अधिक हरियाली युक्त बनाने में मदद मिले।
इसके अतिरिक्त ‘एड्युहैक’ का भी आयोजन किया जा रहा है, जो 24 घंटे की हैकेथान प्रतियोगिता है। इसका उद्देश्य राज्य के शिक्षकों, प्रोफेसरों, व्याख्याताओं और शिक्षाविदों को ऎसा मंच उपलब्ध करवाना है जहाँ वे अपने नए विचारों के माध्यम से शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सुझाव प्रस्तुत कर सकें।