नई दिल्ली। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आप को बड़ा झटका दिया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस अनुरोध को मानने से इनकार कर दिया है जिसमें राघव चड्ढा को राज्यसभा में आप का नेता नियुक्त करने का अनुरोध किया था। राज्यसभा सचिवालय के सूत्रों का कहना है कि आप की ओर से राघव चड्ढा को राज्यसभा में सदन का नेता नियुक्त करने के लिए एक पत्र भेजा गया था। सभापति के इस फैसले के फैसले के बाद संजय सिंह राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के नेता बने रहेंगे। ज्ञातव्य है कि संजय सिंह अभी जेल में बंद है।
राज्यसभा में आप चौथी बड़ी पार्टी
राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के कुल 10 सदस्य हैं। वह भाजपा, कांग्रेस और टीएमसी के बाद सदस्यों की संख्या के आधार पर देश की चौथी बड़ी पार्टी है। सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद राघव चड्ढा ने सभापति से हाल ही में माफी मांगी है। उनका निलंबन भी हाल ही में खत्म किया गया है। राघव चड्ढा राज्यसभा में सबसे कम उम्र के सदस्य हैं।
राघव चड्ढा नहीं होंगे राज्यसभा में पार्टी के नेता
धनखड़ ने सदन में पार्टी के अंतरिम नेता के रूप में चड्ढा की नियुक्ति की मांग करने वाले केजरीवाल के 14 दिसंबर को लिखे गए पत्र के जवाब में कहा है कि यह पहलू ‘मान्यता प्राप्त दलों और समूहों के नेताओं और मुख्य सचेतकों’ संसद (सुविधाएं) अधिनियम, 1998’ और उसके तहत बनाए गए नियमों के अधीन है। कानूनी व्यवस्था के अनुरूप नहीं होने के कारण इस अनुरोध को स्वीकार नहीं किया जा रहा है। जानिए क्या था केजरीवाल का प्रस्ताव
दिल्ली सीएम केजरीवाल ने पत्र में लिखा था कि मैं राज्यसभा में पार्टी के अंतरिम नेता के रूप में राघव चड्ढा का नाम प्रस्तावित करना चाहूंगा जब तक कि आगे बदलाव आवश्यक न समझे जाएं। हमारा अनुरोध है कि राज्यसभा के नियमों और प्रक्रियाओं के अनुसार इस बदलाव की अनुमति दी जाए।
जेल में बंद है संजय सिंह
यह अनुरोध राज्यसभा में आप के सदन में नेता संजय सिंह के न्यायिक हिरासत में होने और परिणामस्वरूप संसद सत्र में भाग लेने में असमर्थ होने की पृष्ठभूमि में किया गया था। सूत्रों ने कहा है कि संजय सिंह राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सदन में नेता बने रहेंगे। संजय सिंह को दिल्ली के शराब नीति घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने 5 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं।