गुंटूर। आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से गुंटूर जिले के ताडेपल्ली में विपक्षी दल के निर्माणाधीन केंद्रीय कार्यालय को ध्वस्त कर दिया गया। युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा। रेड्डी ने आरोप लगाया कि हाई कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए पार्टी के कार्यालय को ध्वस्त किया गया है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट में कहा, 'चंद्रबाबू प्रतिशोध की राजनीति कर रहे हैं। एक तानाशाह की तरह उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस के मुख्य कार्यालय को खुदाई करने वाली मशीनों और बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया, जबकि वह लगभग बनकर तैयार हो चुका था।'
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के बयान के अनुसार, शनिवार सुबह करीब साढ़े 5 बजे विपक्षी पार्टी के कार्यालय को ध्वस्त किया गया। बयान में कहा गया, 'वाईएसआरसीपी ने पिछले दिन (शुक्रवार) ही उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था और सीआरडीए (राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण) की कार्रवाई को चुनौती दी थी। इसके बावजूद कार्यालय को ध्वस्त किया गया।' पार्टी ने कहा कि अदालत ने ध्वस्त करने की कार्रवाई पर रोक लगाने का आदेश दिया था। पार्टी के एक वकील ने सीआरडीए के आयुक्त को यह जानकारी भी दी थी, लेकिन फिर भी प्राधिकरण ने कार्यालय भवन गिरा दिया।
YSRCP के अनुसार, सीआरडीए की ओर से हमारे कार्यालय को गिराना अदालत की अवमानना के समान है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि तेलुगु देशम पार्टी (TDP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनसेना की भागीदारी वाली राजग सरकार के नेतृत्व में दक्षिणी राज्य में कानून और न्याय पूरी तरह से गायब हो गया है।
उन्होंने कहा कि यह तोड़फोड़ दिखाता है कि अगले 5 साल में नायडू का शासन कैसा होगा। दूसरी ओर, टीडीपी विधायक सी. अय्यन्नापत्रुडू को सर्वसम्मति से आंध्र प्रदेश की 16वीं विधानसभा का अध्यक्ष चुना जाना लगभग
तय है क्योंकि किसी अन्य विधायक ने उनसे मुकाबले के लिए नामांकन नहीं किया है। विधानसभा के महासचिव पी.पी.के. रामाचार्युलु ने पुष्टि की कि अध्यक्ष पद के लिए केवल TDP के नरसीपट्टनम से विधायक अय्यन्नापत्रुदु की ओर से नामांकन प्राप्त हुआ है।