फेसबुक डेटा लीक मामले में अमेरिकी सीनेट में जुकरबर्ग ने कहा- 'ये मेरी गलती है और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं'

डाटा लीक को लेकर पूरी दुनिया में आलोचना का शिकार हुए फेसबुक संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने अमेरिकी सीनेट के सामने पेश होकर माफ़ी मांगी है। उन्होंने फेसबुक के जरिए हुई गड़बड़ियां स्वीकारीं और कहा कि भारत में आगामी चुनाव में ईमानदारी बरतेंगे। उन्होंने कैंब्रिज एनालिटिका कांड के लिए खुद को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार मान लिया है।

अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष उन्होंने लिखित में माफी मांगी और माना कि वह फेसबुक के 8.7 करोड़ यूजरों का निजी डाटा सुरक्षित नहीं रख पाए, डाटा की हेराफेरी होती रही और उसका गलत ढंग से इस्तेमाल होता रहा। इस दौरान उन्होंने कहा कि फेसबुक के जरिए जो भी गड़बड़ियां हुई हैं उसके लिए मैं जिम्मेदार हूं। और लोगों का भरोसा वापस हासिल करने की कोशिश करूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि 'हमारी यह जिम्मेदारी है कि केवल टूल्स ही ना बनाएं, बल्कि यह भी आश्वस्त करें कि उन टूल्स का इस्तेमाल अच्छे के लिए हो। यह स्पष्ट है कि हम टूल्स का इस्तेमाल गलत चीजों के लिए होने से रोक नहीं पाए।

फेक न्यूज, हेट स्पीच, चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप, डाटा की निजता जैसे नुकसान को रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा पाए। हम अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से नहीं निभा पाए। यह बड़ी गलती है और मैं माफी मांगता हूं। मैंने फेसबुक शुरू किया, मैं इसे चलाता हूं और यहां जो कुछ भी होता है उसके लिए मैं ही जिम्मेदार भी हूं।

कांग्रेस सीनेट की सुनवाई के दौरान उन्हें फेसबुक पर लगे आरोपों को लेकर कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। सुनवाई के दौरान जुकरबर्ग काफी गंभीर दिखे और उन्होंने सांसदों की बात सुनी। इस दौरान कॉमर्स कमेटी के चेयरमैन सेन जॉन थ्यून ने कहा कि जुकरबर्ग आपने जो कंपनी बनाई उसने जो कहानी बनाई वह अमेरिकी लोगों के सपनों का प्रतिनिधित्व करती है। जॉन ने कहा कि कई लोग आपकी सफलता की कहानी से प्ररेणा लेते हैं और खासकर जो आपने किया है उससे भी। लेकिन इसके साथ ही आपके ऊपर एक दायित्व भी है और यह आप पर निर्भर करता है कि आप सुनिश्चित करें कि आपकी कंपनी और उसका इस्तेमाल करने वाले लाखों लोगों द्वारा देखा गया सपना उनकी गोपनियता को लेकर दु:स्वप्न न बन जाए।सुनवाई के दौरान जुकरबर्ग ने भी अपनी गलती मानी।

गौरतलब है कि जुकरबर्ग ने सीनेट की सुनवाई से पहले अपने बयान में कहा कि अब यह साफ है कि हमनें अपने यूजर्स की गोपनियता को सुनिश्चित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया था। जुकरबर्ग ने कहा कि मैं अपनी गलतफहमी की जिम्मेदारी लेता हूं। मुझे मालूम है कि हमनें अपनी जिम्मेदारी के बारे में व्यापक रूप से नहीं सोचा और यह एक बड़ी गलती है। उन्होंने कहा कि यह मेरी गलती थी और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं। मैनें फेसबुक शुरू किया था, मैं इसे चलाता हूं और यहां जो भी होता है इसके लिए मैं साफ तौर पर जिम्मेदार हूं। फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने सोमवार को अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष लिखित बयान देकर भी डेटा दुरुपयोग को लेकर माफी मांगी थी। मार्क ने कहा था कि वह फेसबुक पर लोगों के डेटा को सुरक्षित नहीं रख पाने के लिए जिम्मेदार हैं। जुकरबर्ग ने कांग्रेस की एक समिति के समक्ष कहा, "हमने अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभाई, जो एक बड़ी गलती थी।"गौरतलब है कि ब्रिटेन की डेटा विश्लेषक कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा फेसबुक के डेटा का दुरुपयोग विवाद को लेकर फेसबुक को खासी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इस कंपनी पर भारत में चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगा है। कंपनी ने खुद ही दावा किया था कि उसने भारत के कई संस्थाओं और राजनीतिक दलों और नेताओं को अपनी सेवाएं दी हैं।