इजरायल का हमास के ठिकानों पर बड़ा हमला, 66 मरे, 150 से अधिक घायल

इजरायल ने मंगलवार को गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर भारी हवाई हमला किया। इस साल 19 जनवरी को युद्धविराम शुरू होने के बाद यह पहला बड़ा सैन्य अभियान है। यह नया हमला इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम वार्ता के विफल होने के बाद किया गया है। नया तनाव तब सामने आया है जब युद्धविराम के अगले चरण की शर्तों पर असहमति के कारण युद्धविराम वार्ता विफल हो गई।

गाजा में चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार, उत्तरी गाजा, देर अल-बलाह, खान यूनिस, राफा और गाजा शहर में हुए कई हमलों में कम से कम 66 लोग मारे गए और 150 से अधिक अन्य घायल हो गए।

इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि ये हमले इजरायली सुरक्षा एजेंसी (आईएसए) के समन्वय से किए गए। इजराइली सेना ने एक्स पर घोषणा की, राजनीतिक नेतृत्व के निर्देशानुसार, आईडीएफ और आईएसए वर्तमान में गाजा पट्टी में हमास आतंकवादी संगठन के आतंकी ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने बाद में सैन्य कार्रवाई को उचित ठहराते हुए कहा कि हमास द्वारा हमारे बंधकों को रिहा करने से बार-बार इनकार करना, साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति के दूत स्टीव विटकॉफ और मध्यस्थों से प्राप्त सभी प्रस्तावों को अस्वीकार करना ही सैन्य कार्रवाई का कारण था।

नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि आईडीएफ पूरे गाजा पट्टी में हमास आतंकवादी संगठन के ठिकानों पर हमले कर रहा है, ताकि राजनीतिक नेतृत्व द्वारा निर्धारित युद्ध के उद्देश्यों को हासिल किया जा सके, जिसमें हमारे सभी बंधकों, जीवित और मृत, की रिहाई शामिल है।

बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने आईडीएफ को गाजा पट्टी में आतंकवादी संगठन हमास के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। बयान में कहा गया कि इजरायल अब से हमास के खिलाफ ज्यादा सैन्य ताकत के साथ कार्रवाई करेगा। ऑपरेशनल योजना को आईडीएफ ने सप्ताहांत में पेश किया था और राजनीतिक नेतृत्व द्वारा इसे मंजूरी दी गई थी।

इजरायल ने तीन-स्तरीय समझौते के पहले चरण को आगे बढ़ाने की मांग की थी, जबकि हमास ने दूसरे चरण की ओर बढ़ने पर जोर दिया था, जो 2 मार्च से शुरू होना था और जिसमें और अधिक बंधकों की रिहाई शामिल थी।

युद्धविराम के शुरुआती चरण के दौरान, हमास ने लगभग दो हजार फ़िलिस्तीनी कैदियों के बदले में 33 इजरायली बंधकों और पांच थाई नागरिकों को रिहा किया था। हालांकि, हमास के पास अब भी लगभग 59 बंधक हैं।

पिछले सप्ताह हमास ने सुझाव दिया था कि वे अमेरिकी-इजरायली सैनिक एडन अलेक्जेंडर को चार बंधकों के अवशेषों के साथ रिहा कर देंगे, बशर्ते इजरायल समझौते के अगले चरण पर चर्चा करने के लिए तुरंत सहमत हो। इजरायल ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया और हमास पर बंधक बनाए गए लोगों के परिवारों के खिलाफ 'मनोवैज्ञानिक युद्ध' छेड़ने का आरोप लगाया।

गाजा में 7 अक्टूबर 2023 को युद्ध तब शुरू हुआ, जब हमास ने दक्षिणी इजरायल पर हमला किया था। हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर इजरायली नागरिक थे और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया था। उसके बाद से हमास के खिलाफ इजरायल का सैन्य अभियान जारी है।