इज़रायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच 7 अक्टूबर से चल रहे युद्ध से अब तक काफी तबाही मच चुकी है। हमास के इज़रायल पर रॉकेट अटैक और घुसपैठ हमलों में करीब 1,200 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से ज़्यादा लोगों को हमास ने बंधक बना लिया था। हालांकि उनमें से कई बंधकों की रिहाई हो चुकी है। साथ ही इज़रायल के 200 सैनिक भी इस युद्ध में मारे जा चुके हैं। वहीं इस युद्ध की वजह से 25 हज़ार से ज़्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है और 66 हज़ार से ज़्यादा फिलिस्तीनी घायल हो चुके हैं। इस युद्ध की वजह से गाज़ा में तबाही मची हुई है। कतर और मिस्त्र के मध्यस्थ इस युद्ध में समझौता कराने की कोशिशों में लगे हुए हैं। कतर के मध्यस्थ पहले भी इस युद्ध में एक हफ्ते का विराम लगवा चुके हैं। मध्यस्थता की कोशिशों के बीच ही इज़रायल ने हमास को एक प्रस्ताव दिया है।
इज़रायल ने हाल ही में हमास को प्रस्ताव भेजा है कि इज़रायली सेना अगले दो महीने तक गाज़ा पर बमबारी नहीं करेगा। साथ ही इज़रायल ने यह भी कहा है कि उनकी सेना गाज़ा पर अगले दो महीने तक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करेगा। इज़रायल ने हमास को यह प्रस्ताव कतर और मिस्त्र के मध्यस्थों के माध्यम से भी भेजा है। पर इस प्रस्ताव के लिए इज़रायल ने हमास के सामने एक शर्त भी रखी है।
हमास को रिहा करने होंगे सभी बंधक
हमास के कब्ज़े में अभी भी कई बंधक हैं, जिनमें कई इज़रायली लोग भी हैं। इज़रायल सभी बंधकों की आज़ादी चाहता है। गाज़ा पर दो महीने तक हमले न करने की इज़रायल की यही शर्त है कि हमास को सभी बंधकों को रिहा करना होगा।