मास्क से छूट देने वाले पहले देश इजराइल की फिर बढ़ी चिंता, महामारी की चपेट में आने लगे वैक्सीन ले चुके लोग

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में अपना कहर बरपाया हैं और हर देश की चिंताए बढ़ाई हैं। हांलाकि वैक्सीनेशन पर जोर देकर कई देशों ने महामारी को थामने की कोशिश की हैं। इजराइल ने भी बड़ी आबादी को वैक्सीनेट किया और आउटडोर और इनडोर मास्क से छूट देने वाला पहला देश होने का दावा किया था। लेकिन एक बार फिर कोरोना महामारी ने इजराइल की चिंता को बढ़ाया हैं जहां वैक्सीन ले चुके लोग भी संक्रमित होते जा रहे हैं। कोरोना का डेल्टा वैरिएंट वैक्सीन ले चुके लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इसलिए अब अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सख्ती से जांच की जाएगी। इसी के साथ उन्होंने अपने नागरिकों से फिलहाल विदेश की यात्राएं कम से कम करने की सलाह दी है।

इजराइल अपनी आधी से अधिक आबादी का वैक्सीनेशन कर चुके हैं। इसके बाद मास्क लगाने से छूट दे दी। इसके एक हफ्ते बाद ही इजराइल में कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक से वृद्धि देखने को मिल रही है। कोरोना वायरस का खतरनाक डेल्टा वैरिएंट वैक्सीन ले चुके लोगों को भी तेजी से अपनी गिरफ्त में ले रहा है। इसके बाद वहां किशोरों को जल्दी से जल्दी वैक्सीन लगाने की मांग की जा रही है।

इजराइली समाचार पत्र हारेट्ज के मुताबिक, इजराइल के दो स्कूलों में जांच के दौरान वैक्सीन की पूरी डोज लगवा चुके नौ शिक्षक कोरोना संक्रमित मिले। इजराइल के नव निर्वाचित प्रधानमंत्री नफ्टाली बेनेट ने कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुए नए प्रकोप की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि देश को एक बार फिर अपनी चपेट में लेना वाला डेल्टा वैरिएंट विदेश से लौट रहे यात्रियों की वजह से आया है। इसलिए अब अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सख्ती से जांच की जाएगी। इसी के साथ उन्होंने अपने नागरिकों से फिलहाल विदेश की यात्राएं कम से कम करने की सलाह दी है।

इजराइल में सोमवार को 125 नए कोरोना मरीज मिले। आधे से आबादी का टीकाकरण होने वाले देश में अप्रैल के बाद से एक दिन में मिलने नए कोरोना मरीजों की यह संख्या सबसे अधिक है। इजराइल में जनवरी माह में कोरोना वायरस का प्रकोप चरम पर था। उस वक्त इजराइल में प्रतिदिन 10 हजार मामले दर्ज किए जा रहे थे। लेकिन उसके बाद उस वक्त की नेतन्याहू सरकार ने तेजी से टीकाकरण कर वायरस पर काबू पा लिया था।