BJP का मिला साथ तो क्लीन हुए अजित पवार, सिंचाई घोटाले से जुड़े 9 मामलों में बंद हुई जांच

महाराष्ट्र के डिप्‍टी सीएम बनते ही ACB ने एनसीपी नेता अजित पवार को बड़ी राहत दी है। अजित पवार के खिलाफ 70,000 करोड़ रुपए सिंचाई घोटाला के केस को बंद कर दिया गया है। राज्य सरकार के सूत्रों की मानें तो जिन मामलों में अजित पवार को क्लीन चिट दी गई हैं इन मामलों से उनका संबंध नहीं है। सूत्रों की मानें तो बॉम्बे हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद उन्हें क्लीन चिट दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, सिंचाई घोटाले से संबंधित 3000 प्रोजेक्ट्स जांच के घेरे में हैं। सिर्फ उन्हीं मामलों को बंद किया गया है, जिसमें कुछ भी नहीं मिला। यह कहना गलत है कि सिंचाई घोटाले की जांच बंद कर दी गई है। अभी तक जिन टेंडर की जांच की गई है, उनमें एसीबी को अजित पवार के खिलाफ कुछ भी नहीं मिला है।

वहीं एसीबी के डीजी ने कहा है कि सिंचाई घोटाले के 9 केसों में अजित पवार की कोई भूमिका नहीं थी, इन केस को बंद करने के लिए तीन महीने पहले ही अनुशंसा कर दी थी।

आपको बता दें महाराष्ट्र में हुए आश्चर्यजनक उलटफेर में शनिवार को भाजपा के देवेंद्र फडणवीस की मुख्यमंत्री के रूप में वापसी हुई जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ जब कुछ घंटे पहले ही कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार बनाने पर सहमति बनने की घोषणा की थी।