
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के साथ ही वाराणसी में सट्टेबाजों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। शहर और ग्रामीण इलाकों के कई युवा इस अवैध गतिविधि की चपेट में आ चुके हैं। इसी बीच वाराणसी पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने एक सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो करोड़ों रुपये का सट्टा चला रहे थे।
गुप्त सूचना पर हुई छापेमारी, सट्टा रैकेट का हुआ खुलासाभेलूपुर के एसीपी ईशान सोनी ने बताया कि लंका थाना क्षेत्र में कुछ लोग आईपीएल के नाम पर सट्टा चला रहे थे। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने छापा मारा और मौके से 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से 8 एंड्रॉइड मोबाइल, 2 कीपैड फोन, 2 कैलकुलेटर और 2 नोटबुक बरामद की गई हैं, जिनमें सट्टेबाजी से जुड़ा पूरा लेखा-जोखा दर्ज है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान और सट्टे की कार्यप्रणालीगिरफ्तार लोगों में सरकन्दगली दशाश्वमेघ निवासी विश्वजीत सिन्हा, राजेश सिन्हा, दीपू सिन्हा, बड़ी गैबी विरदोपुर के विकास सोनकर, दीपक केशरी, विष्णु सेठ (जक्खा जज कॉलोनी बजरडीहा), और संजय कुमार (बड़ी गैबी) शामिल हैं। ये सभी आरोपी विश्वजीत सिन्हा के मकान से पकड़े गए। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये लोग हर आईपीएल मैच में खिलाड़ियों के प्रदर्शन और रन के आधार पर सट्टा लगाते थे। जो सट्टेबाज जीतता, उसे पैसे मिलते थे। ये रैकेट गोदौलिया निवासी हर्षित खान चंदानी के इशारे पर चलाया जा रहा था, जो उन्हें 10% कमीशन देता था।
बैंक अकाउंट की जांच में जुटी पुलिसपुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों के बैंक अकाउंट की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस सट्टेबाजी नेटवर्क से और कौन-कौन लोग जुड़े हुए हैं। जल्द ही इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।