NIA को सौंपी करणी सेना प्रमुख सुखदेव गोगामेड़ी हत्याकांड की जांच

नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने मंगलवार को करणी सेना प्रमुख सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या मामले की जांच आतंकवाद विरोधी जांच एजेंसी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी है। हत्या में हाई-प्रोफाइल गैंगस्टरों की संलिप्तता को देखते हुए एनआईए को जांच का जिम्मा दिया गया था। इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने केस दर्ज कर लिया है।

करणी सेना प्रमुख की 5 दिसंबर को राजस्थान के जयपुर में उनके आवास पर तीन शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के तुरंत बाद लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े गैंगस्टर रोहित गोदारा ने गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी ली।

दोनों शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी को 9 नवंबर को चंडीगढ़ में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने पुलिस को बताया कि गोदारा ने ही हत्या की सुपारी दी थी. प्राथमिक जांच में यह भी पता चला कि फरार होने के दौरान शूटर गोदारा के करीबी वीरेंद्र चैहान और दानाराम के संपर्क में थे।

कुछ व्यवसायियों से फिरौती वसूलने को लेकर गोदारा और गोगामेड़ी के बीच विवाद था और अधिकारियों को संदेह है कि इसी वजह से हत्या हुई होगी।

मामले के सिलसिले में एक अन्य महिला को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसने कथित तौर पर अपने पति के साथ हथियार उपलब्ध कराए और आवास की व्यवस्था की। फायरिंग के दौरान तीसरे शूटर की मौत हो गई।

गोगामेड़ी की हत्या सीसीटीवी में कैद हो गई और फुटेज में दो लोगों को करणी सेना प्रमुख पर कई गोलियां चलाते हुए दिखाया गया, जबकि एक अन्य व्यक्ति दरवाजे पर खड़ा था। गोली लगने से घायल गोगामेड़ी को फर्श पर गिरते हुए देखा गया और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना में घायल गोगामेड़ी के सुरक्षाकर्मी की भी बाद में मौत हो गई।