पश्चिमी मोर्चे पर बढ़ी घुसपैठ की कोशिशें, भुज, पठानकोट, उधमपुर एयरबेस को हुआ आंशिक नुकसान: कर्नल कुरैशी

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच जारी सैन्य तनाव शनिवार को उस समय और गहरा गया जब भारत सरकार ने एक आपातकालीन प्रेस वार्ता आयोजित कर पाकिस्तान के झूठे सैन्य दावों को सिरे से खारिज कर दिया। रक्षा और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भारत के किसी भी प्रमुख सैन्य ठिकाने को नुकसान नहीं पहुंचा है और सभी रणनीतिक परिसंपत्तियां—including ब्रह्मोस मिसाइल फैसिलिटी और S-400 डिफेंस सिस्टम—पूरी तरह सुरक्षित और सक्रिय हैं। भारत ने पाकिस्तान की आक्रामक हरकतों का सटीक और नियंत्रित जवाब देते हुए सीमापार कई सैन्य ठिकानों पर कार्रवाई की है, जबकि अंतरराष्ट्रीय नियमों के उल्लंघन को लेकर कूटनीतिक स्तर पर भी विरोध जताया गया है।

बीते 24 घंटे में पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के साथ-साथ पश्चिमी सीमा पर कई स्थानों पर ड्रोन, मिसाइल और लड़ाकू विमानों से हमलों की कोशिश की। कर्नल कुरैशी के अनुसार, पठानकोट, भुज, आदमपुर और उधमपुर एयरबेस पर कुछ नुकसान हुआ है, लेकिन सभी ठिकाने अब भी ऑपरेशनल हैं। पंजाब के कुछ सैन्य ठिकानों और मेडिकल फैसिलिटीज को निशाना बनाना अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संधियों का उल्लंघन माना जा रहा है।

सेना की प्रवक्ता कर्नल सोफिया और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि ब्रह्मोस फैसिलिटी और S-400 वायु रक्षा प्रणाली को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने गलत सूचना फैलाकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने की कोशिश की है।

पाकिस्तान को मिला सटीक जवाब, सीमापार कई ठिकाने तबाह


भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की आक्रामक हरकतों का जवाब बेहद सटीक और संयमित तरीके से दिया है। भारतीय लड़ाकू विमानों ने रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहिमयार खान और सियालकोट जैसे पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की। इन हमलों में सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया गया और कोशिश की गई कि आम नागरिकों को कोई हानि न पहुंचे।

पाकिस्तानी हमलों में नागरिक विमानों की आड़


प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी खुलासा हुआ कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय हवाई मार्गों का दुरुपयोग करते हुए नागरिक विमानों की आड़ में सैन्य कार्रवाई की, जो न सिर्फ खतरनाक है बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों का भी घोर उल्लंघन है। भारत इस मुद्दे को वैश्विक मंचों पर उठाने की तैयारी कर चुका है।

भारत की कूटनीतिक नाराज़गी और सैन्य सतर्कता

विदेश सचिव सलाहकार विक्रम मिसरी ने पाकिस्तान की हरकतों को उकसावेभरा बताते हुए कहा कि भारत अब तक संयम बरतता रहा है, लेकिन हमलों की तीव्रता ने हमें जवाब देने के लिए मजबूर कर दिया है। उन्होंने कहा कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात हो, तो कोई भी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।

भारत हाई अलर्ट पर, अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया का इंतज़ार

रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारत के सभी प्रमुख शहरों—दिल्ली, मुंबई, श्रीनगर, अमृतसर और अहमदाबाद में एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह से सक्रिय कर दिए गए हैं। सैन्य प्रतिष्ठानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और नागरिक सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अमेरिका, फ्रांस, रूस और जापान जैसे देश इस तनाव को कम करने की कोशिशों में लगे हैं, लेकिन पाकिस्तान की चालबाजियों के चलते कोई भी समाधान फिलहाल दूर नज़र आ रहा है।