टोंक: राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और टोंक से विधायक सचिन पायलट ने गुरुवार को भाजपा सरकार पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत चुनावों में संभावित हार के डर से सरकार लगातार चुनाव प्रक्रिया को टाल रही है। मीडिया से बात करते हुए पायलट ने कहा कि यदि चुनाव होते हैं, तो जनता भाजपा को उसकी नीतियों और कामकाज पर करारा जवाब देगी और कांग्रेस को बहुमत से जीत दिलाएगी।
पायलट ने कहा, संविधान के अनुसार छह महीने के भीतर चुनाव करवाना अनिवार्य है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के इस मुद्दे पर दिए गए बयान का समर्थन करते हुए कहा कि परिसीमन की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है, फिर भी सरकार जानबूझकर चुनाव से बच रही है, जो कि लोकतांत्रिक मूल्यों पर कुठाराघात है।
विकास कार्यों के दौरान सरकार पर साधा निशानाटोंक में विभिन्न विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के अवसर पर सचिन पायलट ने न केवल राज्य बल्कि केंद्र सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। अपने मंचीय संबोधन और मीडिया संवाद में उन्होंने बीजेपी की नीतियों को जनविरोधी और भ्रम फैलाने वाला करार दिया।
धनखड़ के इस्तीफे पर खड़े किए सवालसचिन पायलट ने हाल ही में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, बीजेपी किसानों की भलाई की बात करती है, लेकिन जब एक किसान परिवार से आए व्यक्ति का इस्तीफा महज आधे घंटे में स्वीकार कर लिया जाता है, तो इसके पीछे की सच्चाई सामने आना ज़रूरी है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि समय आने पर पूरा सच सामने आएगा।
धर्म के नाम पर राजनीति और संस्थाओं का दुरुपयोगबीजेपी की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाते हुए पायलट ने कहा कि भाजपा बार-बार धार्मिक भावनाओं को भड़काकर राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि चुनावी समय में संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग और चंदे का गलत इस्तेमाल बीजेपी की रणनीति का हिस्सा बन चुका है।
पायलट ने आगे कहा, चाहे वह बिहार हो या अन्य कोई राज्य, बीजेपी बार-बार जनता के मूल मुद्दों से ध्यान भटकाकर, धर्म और मजहब की आड़ में राजनीति करती है। यह लोकतंत्र की आत्मा के खिलाफ है।