Indonesia Nickel Explosion: संयंत्र में विस्फोट से 13 मरे, 39 घायल

नई दिल्ली। इंडोनेशिया में रविवार को एक निकेल-प्रसंस्करण संयंत्र में विस्फोट के बाद कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 39 अन्य घायल हो गए। मीडिया रिपोर्टों में ये बात कही गई है।

बताया जा रहा है कि सुलावेसी द्वीप खनिज समृद्ध देश के निकेल के उत्पादन का केंद्र है, जो इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी और स्टेनलेस स्टील के लिए उपयोग की जाने वाली धातु है। यह दुर्घटना मध्य सुलावेसी प्रांत के मोरोवाली औद्योगिक पार्क में पीटी इंडोनेशिया त्सिंगशान स्टेनलेस स्टील के स्वामित्व वाले संयंत्र में सुबह लगभग 5:30 बजे हुई। मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि पीड़ितों की वर्तमान संख्या 51 हैं।

घटना में 13 लोगों की मौत हो गई। मामूली और गंभीर चोटों वाले 39 लोग हैं जिनका वर्तमान में इलाज चल रहा है। रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि विस्फोट एक भट्ठी में मरम्मत कार्य के दौरान हुआ जब एक ज्वलनशील तरल पदार्थ में आग लग गई और उसके बाद हुए विस्फोट के कारण पास के ऑक्सीजन टैंक भी फट गए।

विदेशी कर्मचारियों की भी मौत हुई

मोरोवली आईटी पार्क के स्पोक्सपर्सन डेडी कुर्नियावान ने बताया कि पीड़ितों की फिलहाल संख्या 51 है। इस घटना की वजह से 13 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 39 लोग घायल हो चुके हैं। घायलों का इलाज किया जा रहा है। बयान में आगे कहा गया कि इस हादसे में 5 विदेशी कर्मचारियों की भी मौत हो गई है। विदेशी मूल के कर्मचारियों की पहचान गुप्त रखी गई है।

अधिकारी ने बताई विस्फोट की वजह

समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार, प्लांट के एक अधिकारी ने कहा कि हमारी प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह विस्फोट एक भट्टी के मरम्मत कार्य के दौरान हुआ। इसके बाद वहां रखे ज्वलनशील पदार्थ में आग लग गई। इसके संपर्क में आने पर पास में रके आक्सीजन टैंक भी फट गए। शनिवार को लगने वाली आग पर फिलहाल काबू पा लिया गया है। पहचाने गए शवों को संबंधित परिवारों को वापस भेज दिया गया है।

चीन का दखल दे रहा टेंशन

इंडोनेशिया के सुलावेशी प्रांत में मौजूद आइलैंड खनिज उत्पादन का प्रमुख केंद्र है। इस आइलैंड से निकल की माइनिंग की जाती है। इसके बाद यह प्रोसेस किया जाता है। इसका इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी और स्टेनलेस स्टील की धातुओं में होता है। चीन की बढ़ती दखलअंदाजी के कारण इस प्लांट में काम करने वाले श्रमिकों के बीच गतिरोध की स्थिति पैदा कर दी है। प्लांट में इस साल जनवरी में सुरक्षा स्थितियों और वेतन को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान दंगा भड़क उठा था, जिसके बाद दो चीनी कर्मचारियों की मौत हो गई थी।