
जयपुर। भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में घोषित संघर्ष विराम (सीजफायर) के बाद जहां एक ओर आम जनता और राजनीतिक वर्ग में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, वहीं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी टॉप ट्रेंड में बनी हुई हैं।
शनिवार देर रात तक, इंदिरा गांधी से जुड़े हैशटैग पर 99 हजार से ज्यादा पोस्ट किए जा चुके थे। कई यूजर्स, खासकर कांग्रेस समर्थक, 1971 के भारत-पाक युद्ध के समय इंदिरा गांधी के दिए गए ऐतिहासिक भाषणों और रणनीतिक निर्णयों को याद करते हुए उन्हें असली निर्णायक नेता बता रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने इंदिरा गांधी को किया सलामपूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स पर लिखा, इंदिराजी, आज पूरा देश आपको याद कर रहा है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने उन्हें साहस, संकल्प और शक्ति की प्रतीक बताया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने लिखा, इंदिरा गांधी जैसा कलेजा चाहिए।
वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इंदिरा गांधी को दूरदर्शी और निडर नेता बताया। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने इंदिरा गांधी की भारतीय सैनिकों के साथ पुरानी तस्वीर साझा करते हुए लिखा, India misses Indira.
1971 की जीत की यादयूजर्स का मानना है कि जब देश पर युद्ध का संकट था, तब इंदिरा गांधी ने दुनिया के दबाव के बावजूद निर्णायक सैन्य कार्रवाई की थी। उनके नेतृत्व में भारत ने 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को पराजित किया था और 90 हजार से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों को आत्मसमर्पण करना पड़ा था। साथ ही बांग्लादेश का निर्माण हुआ था, जो इंदिरा गांधी की सबसे बड़ी रणनीतिक उपलब्धियों में से एक मानी जाती है।
सीजफायर पर उठ रहे सवालवर्तमान सीजफायर की घोषणा को लेकर कई लोग सोशल मीडिया पर नाराजगी जता रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान की तरफ से बार-बार संघर्ष विराम का उल्लंघन होता रहा है और अब इंदिरा गांधी जैसे मजबूत नेतृत्व की कमी महसूस हो रही है। कुछ यूजर्स का कहना है कि आज के हालात में भी वैसी ही साहसी और निर्णायक नीति की ज़रूरत है जैसी इंदिरा गांधी ने 1971 में अपनाई थी।