भारतीय सैनिकों के बलिदान के सम्मान में और भारतीय नौसेना की उपलब्धियों को याद करते हुए हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। इस दिन भारतीय नौसेना के जवानों को सम्मानित किया जाता है, जिसके लिए मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। गेटवे ऑफ इंडिया को रंगों की रोशनी से सजाया जा रहा है। रोशनी से सराबोर गेटवे ऑफ इंडिया की खूबसूरती ने एक बार फिर नौसेना के भव्य समारोह में चार चांद लगा दिए। बता दें इस दिन 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान के युद्ध में भारत को मिली जीत का जश्न मनाया जाता है। नौसेना दिवस से पहले रविवार को सेना ने 'बीटिंग द रिट्रीट' की रिहर्सल की, जिसे देखने के लिए लाखों लोग गेटवे ऑफ इंडिया पहुंचे। इस दौरान सेना के जवानों ने अपना दम दिखाया, तो वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर उनकी हौसला अफजाई की।
इस खास मौके पर भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने कहा कि हमारी नौसेना अपनी समुद्री सीमा की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, और हमारी ताकत लगातार बढ़ रही है। इस साल ही आइएनएस अरिहंत ने अपनी पहली पैट्रोलिंग पूरी की है और भारत की परमाणु पनडुब्बी की ताकत बढ़ी है। इसी साल नौसेना ने 20 देशों के साथ युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया है और अपनी ताकत को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना ने समुद्र में डकैती के 44 प्रयासों को नाकाम किया है, और 120 डाकुओं को गिरफ्तार किया है।
सुनील लांबा ने बताया कि 26/11 हमले के बाद हमने अपनी तैयारी काफी मजबूत की है। राडार लगा दिए गए हैं, जैसे इनपुट मिलते हैं, उन्हीं के मुताबिक अलर्ट जारी किए जाते हैं। हम पहले से काफी बेहतर हैं। उन्होंने कहा, 'जहां तक नौसेना की बात है, हम पाक नौसेना से हर मायने में बेहतर हैं और चीन के मुकाबले भी हिन्द महासागर में हम मजबूत हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नौसेना दिवस के अवसर पर नौसैनिकों को शुभकामनाएं दी हैं। इसके साथ ही उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया है। जिसमें इंडियन नेवी समुद्र के किनारे अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रही है। बता दें 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारतीय नौसेना की मिसाइल बोट्स ने कराची हार्बर पर हमला कर 4 पोतों को डुबो दिया था। जिसके बाद भारतीय नौसेना को सम्मानित करने के लिए भारत सरकार ने 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने की घोषणा की। बता दें 1971 के युद्ध में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान के 500 से भी ज्यादा नौसेनिक मार गिराए थे। इस युद्ध में INS निर्घात, INS वीर और INS निपट ने भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।