पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की सख्त प्रतिक्रिया ने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है। केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि आतंक के खिलाफ कोई समझौता नहीं होगा। इसी को लेकर पाकिस्तान में डर का माहौल है कि भारत जल्द ही गुलाम कश्मीर (PoK) में सैन्य कार्रवाई कर सकता है। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह दावा किया कि भारत की ओर से हमला किया जा सकता है और उनके पास इस बात के विश्वसनीय सबूत हैं। उन्होंने इस आशंका को अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी उठाने की बात कही है। गुलाम कश्मीर में दो महीने की आपूर्ति का स्टॉक रखने के निर्देश
इधर, गुलाम कश्मीर के प्रधानमंत्री चौधरी अनवर उल हक ने शुक्रवार को विधानसभा में बताया कि LoC से सटे 13 निर्वाचन क्षेत्रों में दो महीने के लिए खाद्य, दवाइयों और आवश्यक सामान का भंडारण करने के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार ने 1 अरब पाकिस्तानी रुपए (करीब 3.5 मिलियन डॉलर) का इमरजेंसी फंड भी जारी किया है।
सीमा क्षेत्रों में बढ़ी गतिविधियां, सड़कों की मरम्मत शुरू
PoK सरकार ने यह भी कहा कि सीमा क्षेत्रों में सड़कों की मरम्मत के लिए सरकारी और निजी मशीनों को सक्रिय किया गया है ताकि किसी भी स्थिति में राहत और बचाव कार्य में बाधा न आए। प्रधानमंत्री मोदी ने सेना को दी खुली छूट भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही हाई लेवल बैठक में सेना को आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं। सरकार की नीति साफ है—आतंकवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह सीमा के इस पार हो या उस पार।
10 दिन के लिए बंद हुए 1,000 मदरसे
तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए PoK प्रशासन ने गुरुवार को 1,000 से ज्यादा मदरसों को 10 दिनों के लिए बंद करने का फैसला लिया है। यह कदम क्षेत्र में संभावित सैन्य गतिविधियों और नागरिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।