हाल के महीनों में भारत और अमेरिका के बीच रक्षा समझौतों पर चर्चा हुई थी। जिसमें भारत ने अमेरिका से 24 ऐंटी सबमरीन हेलिकॉप्टर 'रोमियो' खरीदने की इच्छा जाहिर की है। इसकी कीमत 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर बताई जा रही है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने यह जानकारी दी है। भारत पिछले 10 साल से ऐंटी सबमरीन हेलिकॉप्टरों की जरूरत महसूस कर रहा है।
सूत्रों का कहना है कि यह डील आने वाले कुछ महीनों में ही फाइनल हो सकती है। हेलिकॉप्टर को खरीदने के लिए भारत सरकार ने अमेरिकी प्रशासन को 13,500 करोड़ रुपये का 'लेटर ऑफ रिक्वेस्ट' भेज दिया है। जिनमें 24 हेलिकॉप्टरों की डिमांड की गई है। यदि पिछले एक दशक का आकलन किया जाए तो बीते 3-4 सालों में अमेरिका भारत को रूस से ज्यादा सैन्य उपकरणों की आपूर्ति कर रहा है। भारत इन लड़ाकू हेलिकॉप्टर की डील को जल्द से जल्द करना चाहता है। रीजनल समिट में अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस से पीएम मोदी की सिंगापुर में मुलाकात हुई थी।
सूत्रों की मानें तो भारत इसके साथ ही इस तरह के 123 हेलिकॉप्टर भारत में बनाने की भी योजना बना रहा है। फिलहाल ये हेलिकॉप्टर सिर्फ अमेरिका के पास हैं, जिन्हें दुनिया का सबसे अडवांस्ड ऐंटी सबमरीन हेलिकॉप्टर माना जाता है।
मोदी पेंस की मुलाकात में भी रक्षा संबंध द्विपक्षीय वार्ता का हिस्सा थे। अर्जेंटीना में जी-20 समिट के इतर पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की मुलाकात से पहले पेंस और मोदी की मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि अब तक किसी भी पक्ष ने इस मुलाकात की पुष्टि नहीं की है।
जानकारों का कहना है कि इसे दुनिया का सबसे अडवांस्ड नेवल हेलिकॉप्टर कहा जा सकता है। यह सबमरीन को ध्वस्त करने में काफी कारगर है।