भारत ने UN में पाकिस्तान की उड़ाई धज्जियां, इमरान खान के भाषण को बताया झूठा, कहा - दुनिया को कर रहे हैं गुमराह

शुक्रवार की शाम न्यूयॉर्क (New York) में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत ने 'राइट टू रिप्लाई' के तहत पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान (Imran Khan) के आरोपों का करारा जबाव दिया है। सुयंक्त राष्ट्र में भारत की प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा (Vidisha Maitra) ने कहा कि इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच का गलत इस्तेमाल किया और उनका भाषण नफरत से भरा है और वो दुनिया को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। विदिशा मैत्रा ने कहा क्या पाकिस्तान इस बात को स्वीकार करेगा कि वो दुनिया का एकमात्र देश है जो वैसे शख्स को पेंशन देता है जिसे संयुक्त राष्ट्र ने अल कायदा और ISIS जैसे आतंकियों की लिस्ट में रखा है।

विदिशा मैत्रा ने कहा कि मानवाधिकार की बात करने वाले पाकिस्तान को सबसे पहले पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालत देखनी चाहिए जिनकी संख्या 23% से 3% पर पहुंच गया है। पाकिस्तान में ईसाई, सिख, अहमदिया, हिंदू, शिया, पश्तून, सिंधी और बलूचों को ईश निंदा कानून के तहत प्रताड़ित किया जाता है और वे जबरन धर्मांतरण का शिकार हो रहे हैं।

पाकिस्तान को इतिहास नहीं भूलना चाहिए और याद रखना चाहिए कि 1971 में उन्होंने अपने ही लोगों पर अत्याचार किए थे और इसी वजह से बांग्लादेश की स्थापना की गई थी। यूएन में भारत की सबसे नई सदस्य विदिशा मैत्रा ने पाकिस्तान की धज्जियां उड़ाते हुए कहा कि पाकिस्तान के पीएम जिस तरह से न्यूक्लियर हथियारों के इस्तेमाल की धमकी देते हैं वो एक राजनेता का व्यवहार नहीं है, बल्कि एक छोटे नेता का व्यवहार है।

दरअसल, कल पीएम मोदी और इमरान खान दोनों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण दिया। आमतौर पर यहां दुनिया भर के नेताओं को बोलने के लिए सिर्फ 15 मिनट का समय दिया जाता है लेकिन इमरान खान ने करीब 47 मिनट का भाषण दिया।

क्या कहा इमरान खान ने?

इमरान खान ने अपने भाषण में कहा कश्मीर पर बिना सोच-विचारे फैसला लिया गया। कश्मीर से कर्फ्यू हटते ही खून-खराबा होगा। खान ने कहा कश्मीर में यूएन के प्रस्ताव के खिलाफ भारत ने काम किया। इमरान ने कहा कि पुलवामा हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया। भारत ने हमले के सबूत देने के बजाय हम पर बम बरसाए। उन्होंने कहा कि भारत ने 350 आतंकवादियों को मारने का दावा किया, जो पूरी तरह झूठ है। इमरान ने कहा कि हमने भारत का पायलट लौटा दिया लेकिन इसे उन्होंने कमजोरी के रूप में लिया। इमरान खान के भाषण में पाकिस्तान और कश्मीर शब्द 25 बार आए, जबकि भारत शब्द का इस्तेमाल 17 बार हुआ। इसके अलावा इमरान खान ने 71 बार मुस्लिम , इस्लाम और इस्लामोफोबिया का जिक्र किया, 28 बार आतंकवाद, 14 बार मनी, 11 बार 9/11 हमला, 12 बार मोदी, 12 बार आरएसएस, 8 बार यूएन, 6 बार अफगानिस्तान, 6 बार हिंदू, 6 बार अल्पसंख्यक, 10 बार मानवाधिकार, 6 बार वाटर और ग्लेशियर, 5 बार कर्फ्यू, 5 बार खूनखराबा, 2 बार शांति, 3 बार युद्ध, 2 बार परमाणु बम, 2 बार बलोचिस्तान, दो बार पुलवामा, एक बार रोहिंग्या मुस्लिम, एक बार अभिनंदन, एक बार बालाकोट, एक बार कुलभूषण जाधव समेत अन्य शब्दों का इस्तेमाल किया।

क्या कहा पीएम मोदी ने?

वही दूसरी तरफ पीएम मोदी ने भाषण के लिए दिए गए समय का पालन करते हुए सिर्फ 17 मिनट में मजबूती से अपनी बात रख दी। अपने भाषण में पीएम मोदी ने विकास, पर्यावरण, आतंक, लोकतंत्र, जन कल्याण जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने सीधे तौर पर पाकिस्तान और कश्मीर का जिक्र नहीं किया, लेकिन पड़ोसी मुल्क को कड़ा संदेश दिया। मोदी ने कहा कि हम उस देश के वासी हैं, जिसने दुनिया को युद्ध नहीं, बुद्ध दिए और इसीलिए हमारी आवाज में आतंक के खिलाफ आक्रोश है। उन्होंने अपने भाषण में 5 बार आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं बुद्ध दिया है। इसलिए आतंकवाद के खिलाफ भारत में आक्रोश दिखता है। पीएम ने आतंक के खिलाफ दुनिया को एकसाथ आने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि आतंक के खिलाफ दुनिया को एकसाथ आना जरूरी है। पीएम मोदी ने यहां से महात्मा गांधी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मेरे लिए गौरव का अवसर है कि संयक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र को 130 करोड़ भारतीयों की तरफ से संबोधित कर रहा हूं। यह अवसर इसलिए भी विशेष है क्योंकि इस वर्ष पूरा विश्व महात्मा गांधी की 150वीं जयंत मना रहा है। उनका सत्य और अहिंसा का संदेश आज भी दुनिया के लिए प्रासंगिक है।