भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच राजस्थान में बांधों की सुरक्षा सख्त, 15 प्रमुख जलाशयों पर विशेष निगरानी

जयपुर। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के मद्देनजर, भारत सरकार ने राजस्थान राज्य के प्रमुख बांधों की सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी द्वारा बांधों की सुरक्षा को लेकर दिए गए बयान के बाद, राज्य के जल संसाधन विभाग ने 15 महत्वपूर्ण जलाशयों और नहरों को चिन्हित किया है, जहां अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं।

इनमें राणा प्रताप सागर बांध, जवाहर सागर बांध, कोटा बैराज, जवाई, बीसलपुर, गलवा, टोरडी सागर, माही, सोम, कमलांबा, जाखम, जयसमंद, राजसमंद, मेजा, पार्वती और छापरवाड़ा बांध शामिल हैं। विशेष रूप से राणा प्रताप सागर बांध के पास स्थित परमाणु बिजलीघर के कारण इस क्षेत्र की सुरक्षा को और भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

जल संसाधन विभाग ने इन बांधों की सुरक्षा के लिए निम्नलिखित कदम उठाए हैं:

• स्थानीय पुलिस की गश्त:
प्रत्येक चिन्हित बांध के आसपास पुलिस की नियमित गश्त सुनिश्चित की जाएगी।

• विभागीय कर्मचारियों की चौबीसों घंटे निगरानी: जल संसाधन विभाग के कर्मचारी दिन-रात इन जलाशयों की निगरानी करेंगे।

• सीसीटीवी कैमरों की स्थापना: जहां भी आवश्यक होगा, वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।

• संदिग्ध गतिविधियों की सूचना: किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत स्थानीय प्रशासन को दी जाएगी।

इसके अतिरिक्त, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने मुख्यमंत्री को इन बांधों की सुरक्षा से जुड़ी पूरी जानकारी दी है और सेना से भी सहयोग की आवश्यकता जताई है। विभाग ने सरकार को इन बांधों की सूची सेना को सौंपने की सिफारिश की है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित सहायता प्राप्त की जा सके।

राजस्थान के इन प्रमुख जलाशयों की सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत किया गया है, ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटा जा सके और राज्य की जल सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।