भारत-पाकिस्तान युद्धविराम: विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी, सिंधु जल संधि निलम्बित रहेगी

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को युद्धविराम पर सहमति बनी है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि यह समझौता बिना किसी पूर्व या बाद की शर्त के हुआ है, और पाकिस्तान की ओर से बातचीत की पहल की गई थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह निर्णय केवल सैन्य कार्रवाई को रोकने तक सीमित है, और सिंधु जल संधि को निलंबित रखा जाएगा।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस वार्ता में बताया कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) ने भारतीय DGMO से दोपहर 3:35 बजे फोन पर बात की। उनके बीच यह सहमति बनी कि दोनों पक्ष शनिवार को शाम 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। उन्होंने कहा कि इस सहमति को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश दिए गए हैं। डीजीएमओ 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बातचीत करेंगे।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है। भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है।

यह युद्धविराम समझौता दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया है, जिसमें पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों द्वारा 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में किए गए हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए थे। इसके बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था। अब, इस युद्धविराम के बाद, दोनों देशों के बीच शांति की उम्मीदें जागी हैं, हालांकि सिंधु जल संधि का निलंबन जारी रहेगा।

यह कदम भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थिति वही रहेगी।

यह समझौता भारत और पाकिस्तान के बीच शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, लेकिन दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी और अन्य मुद्दों पर बातचीत की आवश्यकता बनी हुई है।