कोरोना वायरस से दिल्ली में हलचल, हैंड सैनेटाइजर-मास्क के बढ़े दाम

कोरोना वायरस भारत में भी तेजी से अपने पांव पसार रहा है। पूरे देश से 29 मामले सामने आए हैं जिनमें कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। जिनमें से 3 ठीक हो चुके हैं तो 26 का इलाज जारी है। कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार का दावा है कि हम इससे लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। कोरोना वायरस से बचने के लिए लोग मास्क और हैंड सैनेटाइज़र का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन राजधानी दिल्ली में अधिक डिमांड होने के कारण इसकी कमी होने लगी है। दिल्ली के मेडिकल स्टोर में मास्क और हैंड सैनेटाइज़र खरीदने वालों की भीड़ बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से कई मेडिकल स्टोर में इसकी कमी भी हो रही है, तो कुछ मेडिकल स्टोर ने भी मुनाफा कमाने के चक्कर में इनके दाम बढ़ा दिए हैं। जो मास्क या सैनेटाइज़र पहले 150 रुपये में मिलता था वह अब दिल्ली में 250 रुपये तक मिल रहा है।

दरअसल, एक्सपर्ट्स की ओर से सलाह दी जा रही है कि बार-बार हाथ धोएं और सफाई रखें। ऐसे में हैंड सैनेटाइज़र का उपयोग बढ़ गया है, क्योंकि डॉक्टरों की ओर से उस सैनेटाइज़र के इस्तेमाल की सलाह दी जा रही है जिसमें एल्कोहल की मात्रा भी हो।

क्या हर तरह के जर्म्स को खत्म करता है सेनिटाइजर

विश्व स्वास्थ्य संगठन, सीडीसी सहित स्वास्थ्य एजेंसियों का मानना है कि हाथ को साफ-सुथरा रखकर संक्रामक रोगों की चपेट में आने से बचा सकता है। स्वास्थ्य एजेंसियों का कहना है कि ऐसे समय में जब संक्रामक रोग फैला हो तो उस समय हाथों को साफ-सुथरा रखना बेहद जरूरी है। हाथ को साफ-सुथरा रखने के लिए बाजार में कई तरह के सेनिटाइजर उबलब्ध हैं लेकिन ये सेनिटाइजर COVID-19 जैसे कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित रखने में कितने कारगर हैं। इस बारे में जानना बेहद जरूरी है। CDC के मुताबिक यदि कोई अल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का इस्तेमाल करता है तो यह सेनिटाइजर आपके हाथ में मौजूद जर्म्स (Germs) को तेजी से मार देता है लेकिन यह हर तरह के जर्म्स (Germs) जैसे कि कोरोना वायरस, कुछ परीजीवी और डायरिया पैदा करने वाले जर्म को निष्क्रिय नहीं कर पाता। इसके अलावा सेनिटाइजर्स कीटनाशकों एवं भारी धातुओं वाले नुकसानदायक रसायनों की सफाई पूरी तरह से नहीं कर सकते। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाथों की स्वच्छता बनाए रखने के लिए जो परामर्श दिया है उसमें कहा गया है कि साबुन अथवा अल्कोहल युक्त हैंड रब (एबीएचआर) नहीं है तो हाथ को स्वच्छ बनाने के लिए 0.05 प्रतिशत क्लोरिन का इस्तेमाल किया जा सकता है।

सीडीसी के मुताबिक कब-कब धोएं हाथ

- भोजन तैयार करने से पहले और बाद में हाथ साफ करें
- खाना खाने से पहले हाथ साफ करें
- बीमार व्यक्ति की देखभाल करने से पहले और बाद में
- घाव का इलाज करने से पहले और बाद में
- नाक साफ करने और खांसने के बाद हाथ धुलें
- छींकने के बाद
- बाथरूम, वाशरूम का इस्तेमाल करने के बाद
- जानवर, जानवर की खाद्य सामग्री को छूने या जानवरों का मल फेंकने के बाद
- कचरे को छूने के बाद

भीड़ वाले इलाकों से जाने से बचें

कोरोना वायरस का असर बढ़ते हुए देख सरकार की ओर से कई तरह की सावधानियां बरतने को कहा जा रहा है। इनमें बार-बार हाथ धोना, एक दूसरे से दूरी बनाए रखना, भीड़ वाले इलाकों से बचना शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं ने भी अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों को रद्द किया है, जिसमें होली मिलन समारोह भी शामिल है।