इंडिया गठबंधन का सांसदों के निलंबन के खिलाफ जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली। विपक्षी सांसदों को निलंबित करने के मामले में विपक्ष अब सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने लगा है। गुरुवार को जहां विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक तक मार्च निकाला तो वहीं आज इंडिया गठबंधन के नेतृत्व में जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। यहां मंच पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी नेता शरद पवार, लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी, आरजेडी सांसद मनोज झा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन, डी राजा (सीपीआई), त्रिची शिवा (डीएमके), रणदीप सुरजेवाला, प्रमोद तिवारी, जॉन ब्रिटास, संजीव अरोड़ा, सुशील रिंकू (आप) नजर आ रहे हैं।

राहुल गांधी ने इस दौरान संबोधित करते हुए कहा, 'देश में भयंकर बेरोजगारी है और युवा आज रोजगार नहीं पा सकता है। मैंने किसी से कहा कि एक काम करो, एक छोटा सा सर्वे करो, किसी भी शहर में चले जाओ और पता करो कि हिंदुस्तान के जो युवा हैं वो मोबाइल पर दिन में कितना घंटा बिताते हैं। ये भी छोटे शहर में पता कराया, मैं हैरान रह गया कि साढ़े सात घंटे युवा एक दिन में फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, मेल पर यानि सेलफोन पर रहता है। मोदी सरकार में हिंदुस्तान का युवा साढ़े सात घंटे फोन पर रहता है, क्योंकि मोदी जी ने उसे रोजगार नहीं दिया।'

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन में सांसदों के निष्कासन पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जिन्होंने मुंह नहीं खोला है, उन्हें भी सस्पेंड कर दिया है। मोदी जी को इतना घमंड आ गया है कि चुनाव से पहले ही कह रहे हैं कि 400 सीटें जीतेंगे। वे यह दावा किस बात पर कर रहे हैं। कर्नाटक, हिमाचल और तेलंगाना में गली-गली घूमे और हारकर आ रहे हैं। जो जनता आपको सत्ता में लाई है, वो आपको बाहर निकालना भी जानती है। हम लोग देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए एक होकर लड़ रहे हैं. देश में दलितों और किसानों पर अत्याचार हो रहा है। संविधान ने सबको बोलने का हक दिया।

इस दौरान आप सांसद सुशील रिंकू ने कहा कि हम सुनिश्चित करेंगे कि हम पंजाब की हर सीट जीतें और इसे इंडिया गठबंधन की झोली में डालें। वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अगर संसद में बहस और चर्चा के लिए जगह नहीं होगी तो संसद का क्या महत्व होगा। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र खतरे में है, संसदीय लोकाचार को बुलडोजर से कुचला जा रहा है। जेएमएम सांसद महुआ मांझी ने कहा कि अगर आप संसद की रक्षा नहीं कर सकते, तो आप यहां के 140 करोड़ लोगों को कैसे बचाएंगे।

सांसदों के निलंबन पर इंडिया ब्लॉक के विरोध पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी राष्ट्रवादी संगठनों को एक साथ आने और एक आवाज में संदेश देने की जरूरत है...

कार्ति चिदंबरम का सरकार पर हमला

वहीं कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा, विपक्ष की ओर से गृह मंत्री से बयान मांगना स्वाभाविक था... लेकिन सरकार हमारे अनुरोध पर ध्यान नहीं देने पर अड़ी हुई थी। इसलिए संसद के भीतर विरोध प्रदर्शन हुए। सरकार का उद्देश्य विपक्ष के 146 सदस्यों को निलंबित करना और कानून लागू करना था, जिसके भारत में लोगों के दैनिक जीवन पर दूरगामी परिणाम होंगे... सरकार एक संसद बनाना चाहती है जो बिना किसी चर्चा के केवल उनके सभी कानूनों पर मुहर लगाने वाला सदन होगा... इसलिए वे चाहते हैं कि संसद बिल्कुल चीन या उत्तर कोरिया की तरह हो... यह संसदीय प्रणाली में लोगों के विश्वास के साथ विश्वासघात है, संसद में जो हो रहा है वह भारत के लिए अच्छा नहीं है...

सांसदों के बड़े पैमाने पर निलंबन के खिलाफ भारत ब्लॉक के विरोध पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, दुनिया में लोकतंत्र के इतिहास में, 146 सांसदों को कभी निलंबित नहीं किया गया है... लोगों को पता होना चाहिए कि लोकतंत्र खतरे में है। विरोध यह बताने के लिए है। लोगों का कहना है कि जो कुछ भी हो रहा है वह देश के भविष्य के लिए गलत है... इसका एक ही समाधान है, लोगों को इस सरकार को बदलना चाहिए और इंडिया अलायंस को सत्ता में लाना चाहिए...''