21 घंटे बाद भी AN-32 विमान का कोई सुराग नहीं, 8 क्रू समेत 13 यात्री थे सवार, सर्च ऑपरेशन जारी

असम के एयरबेस से उड़ान भरने के बाद से लापता भारतीय वायुसेना का विमान एन32 (AN-32) का अभी तक कोई कोई सुराग नहीं मिला है। विमान से कल 1 बजे के बाद से कोई संपर्क नहीं हो सका है। विमान में 13 लोग सवार थे। इनमें 8 क्रू मेंबर और 5 और लोग शामिल हैं। वायुसेना खोजी अभियान में आर्मी की ग्राउंड फोर्स की भी मदद ले रही है। वायुसेना ने ट्वीट किया, ''कुछ रिपोर्ट्स में क्रैश साइट को लेकर आशंका जताई गई थी, लेकिन अब तक किसी तरह का मलबा नहीं मिला।'' भारतीय वायुसेना ने विमान का पता लगाने के लिए सभी संभव संसाधन लगा दिए हैं। इसमें सी-130जे, सी 130 हरक्यूलिस, सुखोई सू-30 फाइटर जेट शामिल हैं।

बताया गया है कि विमान अरुणाचल प्रदेश के मेचुका एयर फील्ड के ऊपर से लापता हुआ है। यह क्षेत्र चीन सीमा के काफी करीब है। भारतीय वायुसेना ने फिलहाल विमान की खोज के लिए एक सुखोई-30, सी-130 स्पेशल ऑप्स एयरक्राफ्ट, एएन-32, दो एमआई-17 हेलिकॉप्टर और सेना के दो एएलएच हेलिकॉप्टर लगाए हैं।

IAF लापता विमान का पता लगाने के लिए भारतीय सेना, विभिन्न सरकारी और सिविल एजेंसियों के साथ समन्वय कर रहा है। भारतीय सेना के हवाई और जमीनी दलों द्वारा रात से ही सर्च ऑपरेशन जारी है।

1980 में शामिल हुआ था एएन-32 विमान

सोवियत एरा का यह एयरक्राफ्ट 1980 में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। इसे लगातार अपडेट किया गया। हालांकि लापता प्लेन एएन-32 इन अपग्रेडेड एयरक्राफ्ट का हिस्सा नहीं है।

2016 में भी लापता हुआ था विमान

इससे पहले जुलाई 2016 में भारतीय वायुसेना का एन32 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट बंगाल की खाड़ी के ऊपर से लापता हो गया था। इस विमान में 29 लोग सवार थे। विमान चेन्नई में एक एयरबेस से उड़ान भरा था और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लिए रवाना हुआ था।

चेन्नई के तांबरम वायुसेना स्टेशन से एएन -32 के उड़ान भरने के लगभग एक घंटे बाद विमान से रडार का संपर्क टूट गया। संपर्क टूटने के बाद विमान का पता लगाने के लिए भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन लॉन्च किया जो बाद में समुद्र में लापता विमान के लिए भारत का सबसे बड़ा खोजी अभियान बन गया। हालांकि, विमान का पता नहीं लग पाया। सितंबर 2016 को इस अभियान को बंद कर दिया गया।