पुलिस के रोकने पर भी नहीं रुके JNU छात्र, तीन बैरिकेड तोड़ आगे बढ़े प्रदर्शनकारी

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों ने सोमवार को होस्टल मैनुअल में बदलाव और मेस फीस बढ़ाने के विरोध में संसद मार्च शुरू किया। छात्रों को रोकने के लिए यूनिवर्सिटी कैम्पस के बाहर पुलिस की 10 कंपनियां (700-800 पुलिसकर्मी) तैनात की गई थीं। संसद के बाहर भी भारी पुलिसबल सुरक्षा में लगा है। जेएनयू टीचर्स एसोसिएशन (जेएनयूटीए) ने यूनिवर्सिटी के बाहर पुलिस रखने पर चिंता जाहिर की है। करीब दो से तीन हजार स्टूडेंट मार्च निकाल रहे हैं। जेएनयू गेट पर लगाए गए तीन बैरिकेड को छात्रों ने तोड़ दिया है। अब छात्र बेर सराय रोड पर बने आखिरी बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। जेएनयू कैंपस के बाहर धारा 144 लागू कर दी गई है। उधर, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जेएनयू में तनाव को खत्म करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया। कमेटी छात्रों और प्रशासन के बीच सभी मुद्दों को सुलझाने पर बात करेगी।

दरअसल, हॉस्टल, मेस समेत अन्य सुविधाओं की फीस बढ़ाने को लेकर छात्रों ने 15 दिनों तक प्रदर्शन किया। हालांकि, कुछ मामलों में फीस बढ़ोतरी का फैसला वापस लेने के बाद भी छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है। उनका कहना है कि जब तक पहले जैसा फीस स्ट्रक्चर नहीं हो जाता, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।

टीचर्स एसोसिएशन ने कहा कि यूनिवर्सिटी के बाहर भारी पुलिसबल की तैनाती से ऐसा लग रहा है कि यह सिर्फ छात्रों को संसद तक मार्च निकालने से रोकने आई है। छात्रों को उनकी आवाज बाहर ले जाने से रोकने की कोशिश दुर्भाग्यपूर्ण है। हम उम्मीद करते हैं कि ऐसी कोई स्थिति पैदा नहीं होगी।

वहीं पुलिस सूत्रों के अनुसार जेएनयू के छात्रों को विवि परिसर के एक किलोमीटर के दायरे में ही रोकने की योजना है। हालांकि, उन्हें कहा पर रोका जाएगा यह अभी नहीं बताया गया है।