गृह मंत्रालय को बम से उड़ाने की धमकी वाला ई-मेल मिला, पुलिस ने फर्जी करार दिया

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर बम वाले ईमेल ने सनसनी मचा दी है। इस बार नॉर्थ ब्लॉक में स्थित गृह मंत्रालय के दफ्तर को बम से उड़ा देने की धमकी दी गई। धमकी के बाद मंत्रालय में तलाशी अभियान चलाया गया है। हालांकि, कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी को मेल से यह धमकी दी गई थी।

दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) ने कहा कि नई दिल्ली इलाके में नॉर्थ ब्लॉक स्थित पुलिस नियंत्रण कक्ष को बम की धमकी वाला एक मेल मिला था। बुधवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे धमकी भरा मेल मिलने पर पुलिस ने इमारत की गहन तलाशी ली और कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।

पुलिस ने भी ईमेल को 'फर्जी' करार दिया। ईमेल का आईपी पता और मूल स्थान अभी तक पता नहीं चल पाया है।

पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मियों के साथ खोजी कुत्ते और एक बम दस्ता नॉर्थ ब्लॉक में आगे की तलाशी ले रहा है।

यह पिछले एक महीने में स्कूलों, अस्पतालों, हवाई अड्डों और सरकारी भवनों सहित कई प्रतिष्ठानों को धमकी भरे मेल मिलने के बाद आया है। सब झूठ निकला। यह सब 1 मई को शुरू हुआ, जब दिल्ली के लगभग 100 स्कूलों, नोएडा के दो और लखनऊ के एक स्कूल को ईमेल के जरिए बम की धमकी मिली, जिससे बड़े पैमाने पर स्कूल खाली करने पड़े।

सूत्रों के मुताबिक, इन ईमेल का आईपी पता 21 मई को बुडापेस्ट में खोजा गया था और दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह आगे की जांच के लिए जल्द ही हंगरी में अपने समकक्ष से संपर्क करेगी। आईपी एड्रेस इंटरनेट से जुड़े प्रत्येक डिवाइस को निर्दिष्ट एक विशिष्ट पहचान संख्या है।


गृह मंत्रालय का दफ्तर नॉर्थ ब्लॉक में है। नॉर्थ ब्लॉक में केंद्र सरकार के कई अहम कार्यालय और मंत्रालय हैं। यह राष्ट्रपति भवन और संसद भवन के नजदीक है। इतने संवेदनशील इलाके में बम की धमकी को पुलिस ने पूरी गंभीरता से लिया और तुरंत तलाशी अभियान शुरू किया गया। खबर लिखे जाने तक तलाशी में कुछ भी संदिग्ध मिला नहीं था। एहतियात के तौर पर दफ्तरों को खाली करा लिया गया था। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने मेल को फर्जी करार दिया।

पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि धमकी वाला यह मेल किसने और किस मकसद से भेजा था। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या पिछले दिनों स्कूलों और अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी देने वालों का ही हाथ इस ईमेल के पीछे भी है।