दीदी के किले पर शाह की चढ़ाई, कहा - 200 से ज्यादा सीटें जीतकर बंगाल में बनाएंगे सरकार

पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले है। ऐसे में भाजपा ने वहां पूरा दम लगा रखा है। राज्य में बीजेपी को मजबूती प्रदान करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) दो दिन के दौरे पर हैं। बंगाल दौरे के दूसरे दिन यानी शुकवार को अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में तुष्टिकरण की राजनीति से यहां की महान परंपरा आहत हुई है। बंगाल पूरे देश के आध्यात्मिक और धार्मिक चेतना का केंद्र रहा है। बंगाल को यह गौरव फिर से हासिल करना चाहिए। यहां के लोगों को एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में अपने पुराने दिनों को वापस लाना चाहिए। शाह ने कहा, टीएमसी सरकार और पश्चिम बंगाल के सीएम पिछले 10 वर्षों में उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए हैं। वादे पूरे नहीं हुए हैं और उम्मीद सत्ताधारी दल के खिलाफ गुस्से में तब्दील हो गई है। ममता बनर्जी के गढ़ में बरसते हुए शाह ने कहा, मैं निश्चित रूप से कहता हूं कि आने चुनाव में बंगाल में हम 200 से ज्यादा सीटों के साथ बीजेपी की सरकार बनाने जा रहे हैं।

बता दे, इससे पहले शाह ने आज सुबह दक्षिणेश्वर मंदिर में पूजा की। मंदिर में पूजा करने के बाद शाह ने कहा, मैं कई बार दक्षिणेश्वर आए हूं और यहां से ऊर्जा प्राप्त कर वापस गया हूं। आज इस भूमि पर तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है इससे बंगाल की महान परंपरा आहत हुई है। मेरी मां काली से यही प्रार्थना है कि मोदी के नेतृत्व में ये देश फिर से एक बार दुनिया में गौरवमयी स्थान प्राप्त करें। दक्षिणेश्वर मंदिर में पूजा करने के बाद शाह ने मतुआ संप्रदाय के सदस्य के घर पर खाना खाया।

अमित शाह की प्रेस कॉन्फ्रेंस अपडेट

- मैं बंगाल की जनता को आश्वस्त करने आया हूं कि आपने कांग्रेस को भी 1 मौका दिया, कम्युनिस्टों को भी बार-बार मौके दिए और 2 मौके ममता जी को दिए। एक मौका मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा को दे दीजिए, हम 5 वर्ष के भीतर सोनार बांग्ला बनाने का वादा करते हैं।

- कम्यूनिस्ट शासन से त्रस्त होकर ममता बनर्जी के हाथों में बंगाल की कमान दी गई थी। मगर आज मां, माटी और मानुष का नारा तुष्टिकरण, तानाशाही और टोलबाजी में परिवर्तित हो गया है।
- तृणमूल सरकार जनता की अपेक्षाओं को पूरा नहीं कर सकी है। बंगाल की जनता में एक अजीब प्रकार का वातावरण दिख रहा है।मैं जहां भी गया तो सैकड़ों लोग सकड़ों पर आए थे।

- गृहमंत्री ने पश्चिम बंगाल चुनावों पर इशारा करते हुए कहा, हमारा लक्ष्य स्पष्ट है कि बंगाल का विकास हो, देश की सीमाएं सुरक्षित हों, बंगाल के अंदर घुसपैठ रुके।

- राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, TMC और दीदी का एकमात्र लक्ष्य है कि अगले टर्म में भतीजे को मुख्यमंत्री बना देना है। अब बंगाल की जनता को तय करना है कि परिवारवाद चाहिए या विकासवाद चाहिए।

- अमित शाह ने कहा, मैं ममता जी से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो को 2018 के बाद से पश्चिम बंगाल के अपराध रिकॉर्ड क्यों नहीं भेजे? आप क्या छिपाने की कोशिश कर रहे हैं और क्यों? लोग राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में जानना चाहते हैं।

- उन्होंने कहा कि साइक्लोन और कोरोना महामारी में भी भ्रष्टाचार करने से तृणमूल कांग्रेस पीछे नहीं हटी है। तुष्टिकरण से बंगाल की जनता के बहुत बड़े वर्ग के मन में सवाल खड़े हुए हैं। एक प्रकार से बंगाल में 3 कानून हैं। एक अपने भतीजे के लिए, एक अपने वोट बैंक के लिए और एक आम लोगों के लिए।

मतुआ परिवार के साथ लंच किया

शाह ने गौरांग नगर में आदिवासी मतुआ समुदाय के लोगों के घर लंच किया। मतुआ कम्युनिटी के लोग पाकिस्तान से यहां आए थे। वे नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के तहत भारत की नागरिकता चाहते हैं। 2019 में उन्होंने भाजपा को वोट दिया था। इस कम्युनिटी के सांसद शांतनु ठाकुर ने CAA में देरी होने की शिकायत भी की थी। अब माना जा रहा है कि अमित शाह ने उनकी समुदाय के लोगों के साथ खाना खाकर शिकायत भी दूर कर दी और बंगाल चुनाव में CAA का मुद्दा भी ले आए।