पिता का अंतिम संस्कार छोड़, देश के लिए खेली लालरेमसियामी, फाइनल में दिलाई जीत

भारतीय महिला हॉकी टीम ने रविवार को एफआईएच वुमन्स सीरीज फाइनल्स टूर्नामेंट (FIH Women's Series Finals) का खिताब जीता था। भारत ने पहले 4-2 से चिली को हराया। फिर फाइनल में जापान को 3-1 से मात दी। लेकिन इस टूर्नामेंट में सबसे चौकाने वाली बात जो रही वह भारतीय हॉकी टीम की 19 साल की खिलाड़ी लालरेमसियामी का खेलना। मिजोरम की इस खिलाड़ी ने हिरोशिमा में एफआईएच वूमेन सीरीज फाइनल (FIH Women's Series Finals) को खेलने का निश्चय ऐसे समय में किया जब उनके पिता का देहांत हो गया। वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाईं।

पिता के अंतिम संस्कार में शामिल ना होकर लालरेमसियामी का फाइनल खेलने का फैसला एक मिसाल बन गया। लालरेमसियामी मंगलवार को जब अपने घर पहुंची तो वहां का माहौल बहुत इमोशनल था। लालरेमसियामी के पिता की मौत शुक्रवार को हार्ट अटैक से हो गई थी। ऐसे कठिन समय में भी लालरेमसियामी टीम को छोड़कर वापस घर नहीं गईं।

टूर्नामेंट के फाइनल में भारत की ओर से पहला गोल कप्तान रानी रामपाल ने तीसरे मिनट में ही कर दिया था। इनके अलावा दो गोल गुरजीत कौर ने किए। इससे पहले भारतीय महिला टीम ने सेमीफाइनल में चिली को 4-2 से हराकर ओलिंपिक क्वालिफायर के लिए क्वालिफाइ किया था। भारतीय टीम की कैप्टन रानी रामपाल ने मैच की जीत को लालरेमसियामी के पिता को समर्पित किया। लालरेमसियामी मंगलवार को जब अपने घर पहुंची तो वह खुद को रोक न सकीं और अपनी मां के गले लगकर रो पड़ीं। मिजोरम सरकार के अधिकारी और उनके पूरे गांव के लोग वहां मौजूद थे। लालरेमसियामी को उनके साथियों द्वारा सियामी नाम से पुकारा जाता है।

इस जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय महिला टीम को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया- असाधारण खेल, शानदार परिणाम।

केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने भी ट्वीट के जरिए लालरेमसियामी के मैच खेलने के फैसले की सराहना की थी। उन्होंने लिखा, 'भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी लालरेमसियामी के पिता का निधन हो गया। इस समय भारत, हिरोशिमा में सेमीफाइनल खेल रहा था। उन्होंने (लालरेमसियामी) अपने कोच से कहा, 'मैं अपने पिता को गर्व महसूस करवाना चाहती हू। मैं खेलना चाहती हूं और भारत को क्वालीफाई करवाना चाहती हूं।'