नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले 4-5 दिनों में उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। यह भविष्यवाणी तीव्र मानसून गतिविधि को इंगित करती है, जिसके कारण तमिलनाडु, मेघालय और अन्य क्षेत्रों में पहले से ही मूसलाधार बारिश हो रही है, जबकि कुछ अलग-अलग क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश हो रही है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तर प्रदेश में आगे बढ़ गया है और जल्द ही पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा-चंडीगढ़, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी सहित विभिन्न क्षेत्रों में चक्रवाती हवाओं के कारण देश भर में व्यापक वर्षा हो रही है, साथ ही गरज के साथ छींटे पड़ रहे हैं और बिजली चमक रही है।
आईएमडी ने अलग-अलग क्षेत्रों, खास तौर पर अरुणाचल प्रदेश और असम में बहुत भारी से लेकर बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है, जिसके कारण व्यवधान उत्पन्न हो सकता है। मानसून का उत्तरी प्रक्षेप पथ अब जैसलमेर, दिल्ली से होते हुए जम्मू तक पहुँच रहा है, जो व्यापक और तीव्र मानसूनी बारिश का संकेत है।
इन मौसम स्थितियों के कारण निवासियों के बीच जागरूकता और तैयारी को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, खासकर बाढ़ और भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों में। स्थानीय अधिकारियों को इन चरम मौसम की घटनाओं के प्रभाव को कम करने के लिए सक्रिय उपाय करने की सलाह दी जाती है।
आगे बढ़ते मानसून और उसके साथ आने वाली चक्रवाती गतिविधियों से चिलचिलाती गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन फसलों को नुकसान, जलभराव और परिवहन तथा दैनिक जीवन में व्यवधान जैसी चुनौतियां भी उत्पन्न हो सकती हैं।