मुंबई में बारिश ने तोड़ा 10 साल का रिकॉर्ड, 1 दिन में 22 लोगों की मौत, सार्वजनिक छुट्टी का एलान

महाराष्ट्र में भारी बारिश से जबरदस्त तबाही की खबर है। भारी बारिश से मुंबई के कई इलाकों में पानी भर गया है। रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में सिर्फ मंगलवार रात में तीन जगह दीवारें गिरी हैं। इन तीनों घटनाओं में 22 लोगों की मौत हुई है। दीवार गिरने की घटना मलाड ईस्ट, कल्याण और पुणे में हुई है। मलाड ईस्ट में 14 लोगों की मौत की खबर है, जबकि कल्याण में एक स्कूल की दीवार 2 घरों पर गिरी जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई है, पुणे में सिंहगढ़ कॉलेज की दीवार गिरने से 6 लोगों की मौत हुई है। जबकि 4 लोग घायल बताए जा रहे हैं। ये घटनाएं आधी रात के आस-पास की हैं। पुणे में हादसा रात को करीब 1 बजकर 15 मिनट पर हुआ। फिलहाल तीनों जगह राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम लगी हुई है। इन हादसों में मरने वाले लोगों के परिजनों के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 5-5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है। स्थित का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रशासन ने एक दिन सार्वजनिक छुट्टी का एलान कर दिया है। प्रशासन ने लोगों को हिदायत दी है कि बेहद जरूरी काम होने पर घर से बाहर निकलें। पिछले पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश से जनजीन अस्त व्यस्त हो गया है। मातोश्री में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाके के घर के बाहर भी पानी भर गया।

पहली घटना : मलाड इस्ट के पिंपरी पाड़ा में 14 लोगों की मौत

मुंबई में बारिश से भारी तबाही की खबर आ रही है। ताजा जानकारी के मुताबिक मलाड इस्ट के पिंपरी पाड़ा में मूसलाधार बारिश की वजह से एक दीवार गिर गई जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई है और 13 लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें, मुंबई और आसपास के इलाकों में लगातार तेज बारिश हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक अभी भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की खबर है। इन्हें भारी बारिश के बीच कचड़े से निकाला जा रहा है। NDRF की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। लेकिन मुंबई में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। घायलों को जोगेश्वरी के ट्रमा सेंटर और कांदिवली के शताब्दी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि फायर ब्रिगेड और NDRF की टीमों के पहंचने से पहले ही स्थानीय लोगों ने कुछ लोगों को बचाया।

दूसरी घटना : मुंबई से सटे कल्याण में हुई, 3 लोगों की मौत

भारी बारिश से दीवार गिरने की दूसरी घटना रात साढ़े बारह बजे मुंबई से सटे कल्याण में हुई है। यहां पर नेशनल उर्दू हाई स्कूल की कम्पाउंड की दीवार गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई। इस दीवार के बगल में कुछ लोग रहते थे। इस दीवार के मलबे की चपेट में ये लोग आ गए। इस हादसे में 4 लोग घायल हो गए हैं। पुलिस, फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। रेस्क्यू टीम ने मलबे में से 4 लोगों को निकाला, इनमें से 3 की मौत हो चुकी थी। मरने वालों में 3 साल की एक बच्ची भी शामिल है। हादसे में घायल हुए लोगों का इलाज कल्याण के रुक्मिणी बाई अस्पताल में चल रहा है।

तीसरी घटना : दीवार गिरने से 15 लोगों की दर्दनाक मौत

मात्र तीन दिन पहले दीवार गिरने से 15 लोगों की दर्दनाक मौत का गवाह बनने वाले पुणे में देर रात एक बार फिर दीवार गिरी। इस हादसे की चपेट में आकर 6 लोगों की मौत हो गई है जबकि 4 लोग घायल हो गए हैं। ये हादसा पुणे के सिंहगढ़ कॉलेज की दीवार गिरने से हुआ है। ये कॉलेज अम्बेगांव में स्थित हैं।

दो दिनों में 540 मिलीमीटर हुई बारिश

बता दें मुंबई और महाराष्ट्र के कई इलाकों में रविवार से भारी बारिश जारी है। BMC कमिश्नर के मुताबिक बीते दो दिनों में ही 540 मिलीमीटर बारिश हुई है जो पिछले 10 सालों में सबसे ज़्यादा है। बारिश का पानी सड़कों पर भर गया है, जिससे मुंबई की रफ़्तार थम सी गई है। कई जगह रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया है, जिससे ट्रेनें धीरे चल रही हैं और कई रद्द कर दी गईं हैं। भारी बारिश का असर उड़ानों पर भी पड़ा है। मौसम विभाग ने अभी 5 जुलाई तक ऐसे ही बारिश होने की संभावना जताई है। बारिश से बिगड़ते हालातों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने 2 जुलाई मंगलवार को सार्वजनिक छुट्टी का ऐलान किया है।

वही घटनास्थलों पर NDRF की टीम पहुंच गई है और मलबे में दबे लोगों को निकाला जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में पुणे में जबर्दस्त बारिश हो रही है। आज भी महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, पालघर में भारी बारिश का अनुमान है। इस दौरान अधिकतम तापमान 28 डिग्री से 23 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। जिन प्रमुख इलाकों में पानी भरा है उनमें भांडूप, थाणे, दादर, सिओन, माटुंगा, परेल और वडाला, माहिम, सांताक्रूज, अंधेरी, जोगेश्वरी, मलाड, दहिसर शामिल हैं। पानी भरने से इससे हर प्रकार का यातायात रुक गया है, जिससे सुबह से ही शहर भर में भारी ट्रैफिक जाम लग गया है।

जलवायु परिवर्तन को ठहराया जिम्मेदार

मुंबई में इतनी ज्यादा बारिश और इसकी वजह से बनी बाढ़ की हालत के लिए मुंबई नगरपालिका के प्रमुख प्रवीण परदेशी ने जलवायु परिवर्तन और भौगोलिक स्थिति को जिम्मेदार ठहराया है। इस साल मानसून विलंब से आया जो कि पिछले 45 साल में सबसे धीमा था। परदेशी ने कहा, ‘जलवायु परिवर्तन हो रहा है। कभी भी दो दिनों में एक महीने के बराबर बारिश नहीं हुई थी, जिसका मतलब है कि बारिश ज्यादा हुई, यह एक भौगोलिक परिघटना है।'