हरियाणा बस दुर्घटना: स्कूल संचालक और प्रिंसीपल हिरासत में, दर्ज होगी FIR

महेन्द्रगढ़। हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के कनीना उपमंडल के उन्हांनी गांव में स्कूल बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से 7 बच्चों की मौत हो गई। वहीं, 15 बच्चे बुरी तरह से घायल हो गए हैं। पुलिस ने हादसे के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ड्राइवर शराब पीकर बस चल रहा था। ज्यादा नशे में होने की वजह से उसने पेड़ में सीधी टक्कर मार दी, जिसके चलते बस पलट गई। इस मामले में पुलिस ने स्कूल संचालक और प्रिंसिपल को हिरासत में ले लिया है।

इस दौरान एक घायल बच्चे ने बताया कि ड्राइवर शराब के नशे में था और वह 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बस भगा रहा था। इसकी वजह से ही बस हादसे का शिकार हो गई। इसके बाद घटनास्थल पर बच्चों की चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने बस हादसे की सूचना पुलिस को देने के साथ ही बस के अंदर फंसे बच्चों को बाहर निकाला, जो खून से लथपथ दिखे। इस बीच घटना की सूचना पर मौके पर प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए थे। उन्होंने घायल बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया।

मामले में रेवाड़ी के निजी अस्पताल में पहुंची शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने घायल 12 छात्रों का हाल-चाल जाना। इसके बाद उन्होंने कहा कि निजी स्कूल संचालक व्यापार करना बंद करें। शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा कि निजी स्कूल संचालक नियमों का पालन करें। ड्राइवर के साथ-साथ स्कूल के प्रिंसिपल और मलिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी।
जिला कलेक्टर मोनिका गुप्ता ने स्कूल बस हादसे को लेकर कहा कि संज्ञान में यह आया है कि छुट्टी के दिन भी स्कूल खुला था। इसकी मान्यता रद्द करने के लिए ऊपर भेज दिया गया है।

कुछ दिन पहले ही हुआ था बस का चालान

ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर असीम गोयल ने कहा कि हमने कुछ दिन पहले इस बस का 15,500 रुपये का चालान किया था। बस के कागज पूरे नहीं थे। इस घटना में स्कूल संचालकों की सीधे-सीधे लापरवाही देखी जा रही है। इस हादसे का शिकार हुई बस का फिटनेस सर्टिफिकेट साल 2018 में खत्म हो गया था।